उत्तर प्रदेश में 80 फीसदी से अधिक पहली डोज वाले इलाके में विशेष अभियान चलाकर शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाएगा। वहीं, सोमवार को प्रदेश में क्लस्टर मॉडल 2 लागू कर दिया गया है। इसके तहत सात लाख 89 हजार लोगों का टीकाकरण किया गया।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अब बिना स्लॉट बुक कराए पहली डोज लगवाई जा सकेगी। कोई भी व्यक्ति सीधे टीकाकरण केंद्र पर जाकर टीका लगवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जो लोग वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट बुक करते है, उन्हें सुबह 11 बजे तक प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाएगा।
प्रदेश में अब तक 13 करोड़ 16 लाख 62 हजार लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इसमें नौ करोड़ 85 लाख 15 हजार को पहली और तीन करोड़ 31 लाख 47 हजार को दूसरी डोज दी गई है। टीकाकरण करने के लिए हर जिले में सुबह आठ बजे से रात 10 बजे तक टीकाकरण सेंटर खोला जा रहा है। क्लस्टर मॉडल 2 के तहत उन ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया जाएगा, जिनके गांवों में ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण होगा।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मच्छर और जल जनित रोगों से बचाव के लिए जरूरी चिकित्सीय प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कानपुर में जीका के 10 मामले सामने आने के बाद विशेष सावधानी बरती जा रही है। जीका वायरस एडिज मच्छर के काटने से फैलता है। इसलिए जिस प्रकार से डेंगू व चिकनगुनिया के लिए सावधानी बरती जाती है, वही तरीका अपनाना है।
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अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने अपील की है कि दूसरे प्रदेश से आने वाले लोग हर हाल में कोविड जांच करा लें। जब तक जांच रिपोर्ट न आए, तब तक परिवार व दोस्तों से अलग रहें। सावधानी से ही इस बीमारी से निपटा जा सकता है। उन्होंने बताया कि तीन नवंबर को निगरानी समितियों का ओरियंटेशन कराया जाएगा।
इसके लिए डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। निगरानी समितियों को बाहर से आने वाले लोगो को कोविड जांच कराने के लिए प्रेरित करना है और लक्षण होने पर उन्हें मेडिकल किट देना है। निगरानी समितियों को 25 हजार मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई है।