लखनऊ। पीजीआई इलाके में जालसाजों ने बीएसएनएल नंबर 10 रुपये रिचार्ज कराकर पीजीआई के कर्मी के बैंक खाते से डेढ़ लाख रुपये पार कर दिए। जालसाजों ने पीडि़त को मोबाइल नंबर बंद होने की जानकारी दी थी। जालसाजों ने महज 10 रुपये का ऑन लाइन रिचार्ज करने के लिए कहा था। पीडि़त की सूचना पर पुलिस ने अज्ञात जालसाजों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली हे।
थाना प्रभारी पीजीआई ने बताया कि आशियाना निवासी संजय राज भटनागर पीजीआई अस्पताल में कर्मी हैं। बकौल पुलिस पीडि़त के अनुसार मंगलवार को देर शाम उनके मोबाइल फोन पर अज्ञात व्यक्ति की कॉल आई थी। कॉलकर्ता खुद को बीएसएनएल का कर्मी बता रहा था।
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कॉलकर्ता ने पीडि़त से कहा कि कागजात पूरे न होने के चलते बीएसएनएल का नंबर बंद हो जायेगा। जालसाज ने 10 रुपये का कोर्ट स्टैंप लेकर स्थानीय कार्यालय आने के लिए कहा था। इसके अतिरिक्त जालसाज ने महज 10 रुपये के ऑन लाइन रिचार्ज करने पर मोबाइल नंबर चालू रहेगा।
जालसाज की बातों में पीडि़त आ गया और उसने जालसाज द्वारा बताये गए एकाउंट नंबर पर 10 रुपये ट्रांसर्फर कर दिए थे। इसके महज कुछ ही देर बाद ही पीडि़त के बैंक खाते से डेढ़ लाख रुपये निकलने का मैसेज पीडि़त के मोबाइल फोन पर आ गया। पीडि़त ने गुरूवार को पीजीआई अस्पताल परिसर में स्थित स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया की शाखा में संपर्क किया।
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बैंक कर्मियों से जानकारी लेने के बाद पीडि़त को ठगी का अहसास हुआ। पीडि़त ने अज्ञात जालसाज के खिलाफ साइबर क्राइम सेल, पीजीआई थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।