• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जीएनसीटी (संशोधन) विधेयक-2021 दिल्ली में लोकतंत्र को कर देगा दफन : कांग्रेस

Desk by Desk
16/03/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राजनीति, राष्ट्रीय
0
जीएनसीटी (संशोधन) विधेयक-2021

जीएनसीटी (संशोधन) विधेयक-2021

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। लोकसभा में पेश किए गए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक-2021 के प्रस्तावित संशोधनों का मंगलवार को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने विरोध किया है। कांग्रेस ने विधेयक को प्रतिगामी, लोकतंत्र विरोधी और दिल्ली के लोगों का अपमान करार दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि यह मांग दिल्लीवासियों की आकांक्षाओं एवं दिल्ली को व्यापक विधायी शक्ति प्रदान करने के लिए है।

बगैर दर्शकों ने भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाएंगे बचे टी-20 मैच

इसके विपरीत, यह प्रस्तावित संशोधन दिल्ली सरकार को एक नगरपालिका में तब्दील कर देगा और किसी भी प्रकार की प्रतिनिधि सरकार से जनता को वंचित कर देगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रस्तावित संशोधनों के तहत, केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त उप-राज्यपाल (एलजी) अपने मालिक की इच्छा के अनुसार सभी शक्तियों का प्रयोग करने वाला वायसराय बन जाएगा।

उन्होंने कहा कि लोगों को संशोधनों का विरोध करना चाहिए। विपक्ष को संशोधनों के खिलाफ मतदान करना चाहिए। इसके अलावा, एक ट्वीट में पार्टी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा, दिल्ली सरकार के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (संशोधन) विधेयक-2021 दिल्ली में लोकतंत्र को दफन कर देगा। अगर यह विधेयक पास हो जाता है तो निर्वाचित सरकार और विधानसभा एलजी के दरबार में हाजिरी लगाने वाले याचिकाकर्ता बनकर रह जाएंगे।

एलजी गृह मंत्री के वायसराय के रूप में अब दिल्ली पर अधिक आक्रामक रूप से शासन करेंगे। बहरहाल, आप सदस्यों ने आज संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने इस प्रस्तावित संशोधन के विरोध में धरना दिया। कल केंद्र सरकार ने लोकसभा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के अधिनियम-1991 में संशोधन संबंधी नया बिल पेश किया था। साथ ही इसने मंत्रिपरिषद और दिल्ली में उप-राज्यपाल की भूमिका को बेहतर ढंग से परिभाषित करने की भी कोशिश की। खबरों के मुताबिक, विधेयक में उप-राज्यपाल को अधिक अधिकार देने का प्रस्ताव है।

Tags: aam aadmi partycongressDelhi Government (Amendment) Bill-2021GNCTLok Sabhap chidambaramPeshproposed amendmentsprotestsआम आदमी पार्टीकांग्रेसजीएनसीटीजीएनसीटी (संशोधन) विधेयक-2021दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक-2021पेशप्रस्तावित संशोधनोंलोकसभाविरोध
Previous Post

बगैर दर्शकों ने भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाएंगे बचे टी-20 मैच

Next Post

पीसी चाको ने शरद पवार से की मुलाकात, एनसीपी में शामिल होने की अटकलें

Desk

Desk

Related Posts

Corn Paratha
खाना-खजाना

ब्रेकफास्ट में शामिल करें कॉर्न पराठा, स्वाद के साथ मिलेगी सेहत

02/11/2025
kaju sabji
Main Slider

मेहमानों को सर्व करें काजू की सब्जी, सभी करेंगे आपकी तारीफ

02/11/2025
noodle cutlets
खाना-खजाना

स्नैक्स में बनाएं नूडल कटलेट, बढ़ जाएगा शाम की चाय का स्वाद

02/11/2025
Besan Gatte
Main Slider

आज बनाएं ये स्पेशल राजस्थानी सब्जी, देखें रेसिपी

02/11/2025
Agarbatti
Main Slider

इस दिन न जलाएं अगरबत्ती, वरना खो जाएगा धन-वैभव

02/11/2025
Next Post
पीसी चाको के एनसीपी में शामिल होने की अटकलें

पीसी चाको ने शरद पवार से की मुलाकात, एनसीपी में शामिल होने की अटकलें

यह भी पढ़ें

Monkeys

पंगत में बैठकर वानर सेना ने ग्रहण किया प्रसाद, वीडियो वायरल

10/04/2023
jio 4G

4G  डाउनलोड स्पीड में जियो नंबर वन, अपलोड में वोडाफोन अव्वल

14/01/2021
dussehra

दशहरा के मौके पर रिश्तेदारों और दोस्तों को भेजें ये प्यार भरे सन्देश

24/10/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version