बांदा। मुकदमा दर्ज पीड़िता के पिता का 151 में चालान करने पर कोतवाल (Kotwal) और दरोगा (Inspector) आपस में ही भिड़ (Clashed) गए, दोनों के बीच पहले हाथापाई हुई और इसके बाद दरोगा ने लाठियों से कोतवाल की पिटाई कर दी। यह नजारा देखकर पुलिसकर्मी भी अवाक रह गए।
मामला पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा, पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में एक्शन लेते हुए दरोगा (Inspector) के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया है। घटना नरैनी कोतवाली परिसर की है।
नाबालिग पुत्रियों से छेड़छाड़ की शिकायत करने पहुंचे पिता का दरोगा ( Inspector ) ने धारा 151 के तहत चालान कर दिया। जब यह मामला क्षेत्रीय विधायक ओम मणि वर्मा और बीजेपी जिला अध्यक्ष संजय सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की। इस पर पुलिस अधीक्षक ने छेड़छाड़ के आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत छेड़छाड़ के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए और इस मामले में दोषी सब इंस्पेक्टर आशीष पटेरिया को निलंबित कर दिया।
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अपने निलंबन से नाराज दरोगा आशीष पटेरिया ने कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार तिवारी को जमकर गाली-गलौज शुरू कर दी। धीरे-धीरे मामला हाथापाई और मारपीट तक पहुंच गया। देखते ही देखते कोतवाली परिसर शनिवार को अखाड़ा बन गई। पुलिस कर्मियों को आपस में लड़ते देखकर अन्य पुलिसकर्मी सन्न रह गए। इस मारपीट की जानकारी कुछ ही देर में पुलिस अधीक्षक तक पहुंच गई, मामला मीडिया में भी पहुंचा लेकिन पुलिस महकमे ने इस संबंध में किसी तरह की पुष्टि नहीं की।
रविवार को क्षेत्राधिकारी नगर राकेश कुमार सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी दरोगा ने छेड़छाड़ की शिकायत लेकर आए पीड़िता के पिता का धारा 151 में चालान किया था और इसके लिए दरोगा को निलंबित भी किया गया था। इसके बाद दरोगा ने नरैनी कोतवाली प्रभारी के साथ दुर्व्यवहार किया, जिसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।