मंडलायुक्त रंजन कुमार ने गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिनहट का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.संजय भटनागर भी उपस्थित रहे।
मंडलायुक्त ने बताया कि कोरोना प्रभावी नियंत्रण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पांच मई से प्रारंभ किए गए पांच दिवसीय विशेष अभियान के तहत गांव-गांव में टीमों द्वारा ट्रैकिंग, टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में तेजी लाने टीमों के उत्साहवर्धन व अभियान की जमीनी हकीकत जानने के उद्देश्य से यह निरीक्षण किया गया।
इस दौरान मंडलायुक्त ने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से फोन पर बातचीत कर टीमों द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रहे शत-प्रतिशत मरीजों को कॉल किया जाए। समय से उन्हें दवा की किट उपलब्ध कराई जाए, किट उपलब्ध कराते समय यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि उसका उपयोग किस प्रकार करना है।
मंडलायुक्त ने गांव में आशाओं की टीमों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपस्थित चार आशा कार्यकत्री वर्षा मौर्या, सरिता सोनकर, रीता सिंह और पूनम पाल से जानकारी ली। उन लोगों ने आशाओं की ओर से अवगत कराया गया की एक टीम में दो लोग सम्मिलित है। जो प्रतिदिन 50 घरों में जाकर डोर-टू-डोर अभियान चलाया जा रहा है। टीमों ने घरों में जाकर प्रत्येक सदस्य की हिस्ट्री ली जाती है तथा आवश्यकता अनुसार उनको दवा की किट भी उपलब्ध कराई जा रही है।
मण्डलायुक्त ने कहा कि स्क्रीनिंग के दौरान सिक्टम पाए जाने पर सर्विलांस के दौरान चिन्हित लोगों को तत्काल टेस्ट कराएं और पॉजिटिव पाए जाने पर मौके पर ही मेडिकल किट और दवा लेने के बारे में समुचित जानकारी प्रदान की जाए।
निरीक्षण में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुरेश पांडे ने अवगत कराया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 27 आरआरटी टीमें है, जो फील्ड में कार्यरत हैं। होम आइसोलेशन में रह रहे 314 लोगों को बुधवार को भी दवा की किट उपलब्ध कराई गई है।
इसके बाद मंडलायुक्त ने निर्देश दिए गए कि आरआरटी टीमों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाए। साथ ही साथ आइसोलेशन में रह रहे शत-प्रतिशत मरीजों को कॉल कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाए।