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मीठे खाने को मचलता है मन, डायबिटीज के मरीज करें इस चीज का सेवन

Blood Sugar

Blood Sugar

डायबिटीज की बीमारी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। यह बीमारी लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना काफी जरूरी होता है।

डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। डायबिटीज के मरीजों को बहुत सी चीजें खाने की मनाही होती है जिसमें से कुछ हैं चीनी, चावल आलू आदि। ऐसे में बहुत से डायबिटीज के मरीजों का मीठा खाने को मन मचलता रहता है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप चीनी की जगह पर इस्तेमाल कर सकते हैं और इससे आपकी मीठा खाने की इच्छा पूरी हो जाएगी और ब्लड शुगर लेवल भी नहीं बढ़ेगा।

हम बात कर रहे हैं मुलेठी की। आयुर्वेद में मुलेठी के कई फायदों के बारे में बताया गया है। इसमें कैल्शियम, एंटी ऑक्सिडेंट, एंटीबायोटिक और प्रोटीन के तत्व पाए जाते हैं। डायबिटीज के मरीज शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। मुलेठी ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखने का काम करती है। आइए जानते हैं मुलेठी के

पाचन के लिए-

मुलेठी में फ्लेवोनॉइड जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो पाचन को तो अच्छा रखने का काम करता ही है। साथ ही ये वजन को कम करने में भी मदद कर सकते हैं। मुलेठी पेट के अल्सर की समस्या को खत्म करने में मददगार माना जाता है।

सर्दी-खांसी के लिए-

सर्दी के मौसम में खांसी की समस्या अक्सर होती है। ऐसे में मुलेठी के छोटे-छोटे टुकड़े करके चुसते रहने से खांसी की समस्या में राहत मिल सकती है। मुलेठी को गले में कफ होने पर भी काफी लाभदायक माना जाता है। कफ की शिकायत होने पर मुलेठी के चुर्ण को शहद के साथ इस्तेमाल करना मददगार हो सकता है।

अर्थराइटिस के लिए- 

अगर आपको अर्थराइटिस की समस्या है तो ऐसे में आप मुलेठी का सेवन कर सकते हैं। दरअसल मुलेठी में एंटी ऑक्सिडेंट औऱ एंटीबायोटिक के गुण पाए जाते हैं जो अर्थराइटिस, दर्द सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। अर्थराइटिस के मरीजों को मुलेठी की चाय का सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है।

डायबिटीज के लिए– 

डायबिटीज के मरीजों के लिए मुलेठी काफी फायदेमंद साबित होती है। एक गिलास गुनगुने पानी में मुलेठी का पाउडर मिलाकर पी सकते हैं, इससे भी शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जा सकता है।

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