भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाराणसी यात्रा पर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के उस बयान के हवाले से सपा प्रमुख को सद्बुद्धि देने की दुआ की है जिसमें उन्होंने कहा था कि अंत समय में ही कोई काशी जाता है।
गौरतलब है कि मोदी ने वाराणसी में सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया। इस पर अखिलेश ने तंज कसते हुये कहा कि अंत समय में काशी से अच्छी जगह कोई और नहीं है, इसलिये प्रधानमंत्री को एक महीने के बजाय तीन महीने तक बनारस में रहना चाहिये।
इस पर खेद व्यक्त करते हुये स्वतंत्र देव ने कहा कि अखिलेश ने जिस ढंग से प्रधानमंत्री को लेकर ओछी प्रतिक्रिया दी है, वह दिखाता है कि काशी का कायाकल्प और भारतीय संस्कृति का बढ़ता गौरव उनको पच नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसी अमर्यादित और असंस्कारित भाषा का प्रयोग दिखाता है कि काशी के कायाकल्प और भारतीय संस्कृति के गौरव की टीस अखिलेश के मन मे बनी हई है। अखिलेश को भारतीय संस्कृति का गौरव फूटी आंखों नहीं सुहा रहा है।
स्वतंत्र देव ने कहा कि अगर पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की मूर्ति का लोकार्पण होता तो अखिलेश खुशी में मिठाई का वितरण कराते। उन्होंने कहा, “काशी सहित पूरे भारत की गौरवशाली परंपरा के लिए आज का दिन युगांतरकारी है। हर देशवासी इस पर अभिभूत है।
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स्वतंत्र देव ने कहा कि श्रमिकों का प्रधानमंत्री जी द्वारा सम्मान और उनके साथ भोजन करना देशवासियों को भावुक करने वाला पल था। उन्होंने कहा कि अखिलेश की सोच आज भी राम भक्तों पर गोलियां’ चलवाने वाली है। वे आज भी भारत की सांस्कृतिक विरासत को क्षति पहुंचाने वाले औंरगजेब की विचारधारा के साथ हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा “मैं कहूंगा कि अखिलेश काशी आएं। बाबा विश्वनाथ के दर्शन करें। बाबा विश्वनाथ उन्हें सद्बुद्धि दें।”