स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को एक क्लीनिक में छापेमारी की। यहां से टीम ने एक झोलाछाप को पकड़ा जो लोगों को कोविड का टीका लगा रहा था। मौके पर वह कार्ड भी बरामद किया, जिन्हें वैक्सीनेशन के बाद लोगों को दिया जाता है। आरोपित के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कराया गया है।
यह पूरा मामला जनपद के जैदपुर थाना क्षेत्र स्थित गोछौरा गांव से जुड़ा हुआ है, जहां सीएचसी सतरिख के अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार जायसवाल को यह जानकारी मिली थी कि गोछौरा गांव की क्लीनिक में एक झोलाछाप विजेंद्र कुमार लोगों का इलाज करता है। वो यहां पर लोगों को काेरोना वैक्सीन का टीका भी लगा रहा है।
इसके बाद सीएचसी अधीक्षक ने टीम के साथ गांव में जाकर जांच की और पुष्टि होने पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राजीव सिंह ने सीएचसी अधीक्षक और पुलिस बल की मौजूदगी में क्लीनिक में छापा मारा। झोलाछाप विजेंद्र कुमार को टीम ने पकड़ लिया और क्लीनिक में जांच के दौरान कोरोना का टीका लगाने के बाद मरीज को दिए जाने वाले नाम पते सहित कई कार्ड, कोविडशील्ड की खाली वॉयल मिले। पूछताछ में झोलाछाप ने लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाने की बात स्वीकारी है। वह प्रति टीका 125 रुपये वसूल कर रहा था। अधिकारियों ने झोलाछाप को जैदपुर कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर मुकदमा दर्ज कराया है।
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सीएचसी अधीक्षक डॉ. सुनील जायसवाल ने बताया कि पूछताछ में उसने यह बताया कि यह टीका उसे लखनऊ निवासी संदीप लाकर देता था। अब संदीप के बारे में पुलिस को जानकारी दे दी है।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि एक झोलाछाप द्वारा 125 रुपये लेकर कोरोना का टीका लगाने का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली तहरीर के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।