नई दिल्ली| मामूली गलतियों की वजह से लाखों किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि की छठी किस्त नहीं पहुंच पा रही है। इसमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के किसान हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 6000 रुपये की रकम में से 2000 की छठी किस्त फंड ट्रांसफर ऑर्डर जनरेट होने के बावजूद खातों में नहीं पहुंची।
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अभी तक यूपी के करीब 42 लाख किसान अगस्त की किस्त से वंचित हैं। वहीं मध्यप्रदेश के पंजीकृत किसानों में से केवल 13 फीसद के ही खातों में 200 की छठी किस्त पहुंच पाई है। इसके अलावा राजस्थान, बिहार, हरियाणा और महाराष्ट्र के किसान भी मामूली गलतियों की वजह से 2000 रुपये से वंचित हैं।
इसकी सबसे बड़ी वजह हैं कुछ छोटी-मोटी गलतियां। जैसे किसी का आवेदन में लिखा गया नाम आधार से मैच नहीं करता या बैंक अकाउंट से नाम नहीं मिलता। किसी ने आधार नंबर सही नहीं डाला है या बैंक का आईएफएससी कोड में गलती कर रखी है।
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खाता अमान्य होने के कारण अस्थायी रोक या जो खाता संख्या दिया गया वो बैंक में मौजूद नहीं था। यह भी हो सकता है बैंक पीएफएमएस यानी सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणाली में रजिस्टर्ड नहीं था। किस्त न मिलने की एक वजह यह भी हो सकती है कि नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया में आधारसीडिंग नहीं हुई हो।