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इनकम टैक्स ऑफिस में चल रहा था फर्जीवाड़ा, तैयार हो रही थी ‘स्पेशल-26 की टीम

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लखनऊ। इनकम टैक्स मुख्यालय (Income Tax Office) की कैंटीन में मंगलवार को फिल्मी अंदाज में नौकरी देने का फर्जी इंटरव्यू (Fake Interview) लेने का मामला पकड़ा गया। कैंटीन में युवक-युवतियों की भीड़ देखकर आईटी सेल ने पूछताछ की तो पता चला कि सभी आयकर निरीक्षक के पद के लिए इंटरव्यू देने आए हैं। इसके बाद मुख्यालय से फर्जीवाड़े की मास्टर माइंड एक महिला को पकड़ लिया गया। महिला ने आवेदन करने वालों से 10-10 लाख रुपये वसूले थे। इस फर्जीवाड़े में विभाग के दो अधिकारी भी साथ दे रहे थे। हालांकि उनके नामों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

आयकर विभाग के जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक मंगलवार को दोपहर बाद कुछ कर्मचारियों ने कैंटीन में फर्जी तरीके से इंटरव्यू होने की सूचना दी। इसके बाद अधिकारियों व कर्मचारियों की मदद से एक महिला को पकड़ा गया। पकड़ी गई महिला का नाम प्रियंका मिश्रा है। उसके पास से फर्जी नियुक्ति पत्र, आयकर विभाग की मुहर व अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक प्रियंका का कलमबंद बयान दर्ज कराया गया है। वहीं प्रत्यक्षकर भवन परिसर से सात युवक-युवतियों को भी पकड़ा गया, जिन्होंने बताया कि सभी को आयकर निरीक्षक पद के इंटरव्यू के बाद नियुक्ति पत्र देने के लिए बुलाया था। सभी ने इसके लिए प्रियंका मिश्रा को 10-10 लाख रुपये दिए थे।

इनकम टैक्स विभाग का मुख्यालय प्रत्यक्ष कर भवन नरही रोड पर है। मंगलवार को मुख्यालय के कैंटीन में दोपहर को अचानक कई युवकों की भीड़ देखी गई। इस पर संदेह हुआ। तो आईटी सेल के कुछ कर्मचारियों व अधिकारियों ने युवकों से पूछताछ की। जिसमें पता चला कि कैंटीन में इंटरव्यू चल रहा है। आईटी सेल के अधिकारियों का संदेह और गहरा गया। संदेह इसलिए गहराया कि विभाग में किसी भी पद का इंटरव्यू होगा तो कार्यालय में होगा न कि कैंटीन में। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। उच्चाधिकारियों के पहुंचते ही कैंटीन में फर्जीवाड़ा करने वाले एक मास्टर माइंड के साथ विभाग के दो इनकम टैक्स ऑफिसर भी मिले। जो मौका देखकर वहां से निकल गये। लेकिन इसी बीच मुख्य द्वार को बंद करा दिया गया था। जिसके कारण वह बाहर नहीं जा सके। सभी को एक जगह बुलाया गया। इसके बाद उनसे देर शाम तक पूछताछ की जा रही थी।

सूत्रों के मुताबिक इंटरव्यू लेने वाले संदिग्ध अधिकारी व मास्टर माइंड ने बेरोजगारों का डाटा बेस तैयार कर रखा था। इसी डाटा बेस के जरिए कई दिनों से इंटरव्यू का खेल कैंटीन में चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक अब तक दो सौ से अधिक बेरोजगारों से इंटरव्यू लिया जा चुका है। मंगलवार को इंटरव्यू देने के लिए 50 से अधिक बेरोजगार पहुंच गये। इतनी बड़ी संख्या में युवक व युवतियों को देखकर विभागीय कर्मचारियों को संदेह हुआ। जिसके कारण इस फर्जी इनकम टैक्स के विशेष दस्ता निर्माण का फर्जीवाड़ा सामने  आ गया।

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2013 में अक्षय कुमार और अनुपम खेर की इनकम टैक्स पर एक फिल्म  ‘स्पेशल-26’ आई थी। फिल्म में जिस तरह फर्जी इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों की टीम तैयार की जा रही थी। ठीक उसी तरह इनकम टैक्स विभाग के मुख्यालय प्रत्यक्षकर भवन में भी इंटरव्यू का खेल चल रहा था। पूरा सेटअप कैंटीन में तैयार किया गया था। वहीं पर पिछले कई दिनों से इंटरव्यू लिया जा रहा था। अभी इस बात का खुलासा होना बाकी है कि इस ‘स्पेशल-26’ के निशाने पर लखनऊ का कौन सा व्यापारी या बिल्डर था।

उच्चाधिकारियों के एक्शन मोड में आते ही हड़कंप

फर्जीवाड़े की जानकारी होते ही उच्चाधिकारी तुरंत एक्शन मोड में आ गये। कुछ उच्चाधिकारी कैंटीन में पहुंच गये। उनके आते ही कैंटीन में भगदड़ मच गई। सभी इधर-उधर भागने लगे। वहीं दो विभागीय अधिकारी भी वहां से निकलते देखे गये। जिनको तत्काल पकड़ लिया गया। उनको संयुक्त आयकर आयुक्त इन्वेस्टिगेशन के पास पहुंचाया गया। कैंटीन में पकड़े गये सभी लोगों के मोबाइल को विभागीय अधिकारियों ने जब्त कर लिया है।

प्रत्यक्ष कर भवन की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये है। यहां पर न तो कोई किसी अधिकारी के अनुमति के अंदर जा सकता है और न ही बाहर। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में युवकों का प्रवेश कैसे हुआ। यह बड़ा सवाल है। इस सवाल का जवाब तलाश रहे विभागीय उच्चाधिकारियों ने सुरक्षाकर्मियों से भी पूछताछ शुरू की है। वहीं गेट पर रखे गये रजिस्टर की छानबीन की जा रही है। इसके अलावा कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाली जा रही है। प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज अखिलेश कुमार मिश्रा के मुताबिक इस संबंध में कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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