राजधानी की कोर्ट से फरार लश्कर के दो खूंखार आतंकियों का चौदह साल बाद भी कुछ पता नहीं चल पाया है। ये दोनों आतंकी पाकिस्तान के रहने वाले थे। यूपी पुलिस की गोपनीय रिपोर्ट माने तो बड़ी साजिश के तहत फरार कराये गये दोनों आतंकियों को लखनऊ से जम्मू-कश्मीर के रास्ते पाकिस्तान पहुंचा गया था।
घटना 8 मार्च 2007 की है। लखनऊ जेल से लश्कर के दो आतंकियों पाकिस्तान निवासी सलमान खान उर्फ नासिर उर्फ अबू मुसाहिद और मो. सईद उर्फ मजहर को लखनऊ जेल से न्यायालय पेशी पर लाया गया था। पेशी के दौरान न्यायालय परिसर पर बने शौचालय में वे पेशाब करने गये। बड़ी साजिश के तहत उनको शौचालय में ही पिस्टल और भारी संख्या में कारतूस उपलब्ध कराये गये। शौचालय से बाहर आते ही दोनों आतंकी न्यायालय परिसर में ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए फरार हो गये। आतंकियों ने वजीरगंज में भी बीच सड़क पर भी फायरिंग की थी जिसमें एक रिक्शा चालक को गोली लगी थी। आतंकी सिटी स्टेशन होते ही रेलवे लाइन होते हुए फरार हो गये।
दरअसल, इन दोनों आतंकियों को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दौरान इनके पास से असलहे बरामद हुए थे।
महत्वपूर्ण बात ये है कि इन दोनों आतंकियों को फरार होने में किसने मदद की? न्यायालय परिसर के शौचालय में उनको पिस्टलें किसने मुहैया करायीं? उनको लखनऊ से पाकिस्तान पहुंचाने में किन लोगों ने मदद की? इन सवालों का जवाब आज तक कोई पता नहीं लगा पाया।
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फरार आतंकियों सलमान खान उर्फ नासिर उर्फ अबू मुसाहिद और मो. सईद उर्फ मजहर के विरूद्ध वजीरगंज थाने में केस दर्ज है। दोनों पर इनाम भी घाषित है लेकिन चौदह साल बीत जाने के बाद भी इनका कुछ पता नहीं चल पाया है।
दूसरी तरफ बताया ये जा रहा है कि लखनऊ से फरार होने के बाद इन दोनों आतंकियों को पाकिस्तान पहुंचाया गया था। इसके बाद इन दोनों ने जम्मू कश्मीर में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया था। ये जानकारी मिली है कि इनमें से एक आतंकी अभी भी पाकिस्तान में है।यूपी एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राजधानी के दुबग्गा और मड़ियांव में छापेमारी कर आतंकी संगठन अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिन्द से जुड़े दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनके घरों से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और असलहे बरामद हुए हैं। इन आतंकियों की स्वतंत्रता दिवस पर लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में सीरियल ब्लास्ट करने की योजना थी। इसके साथ ही इनके निशाने पर भाजपा के एक सांसद व अन्य राजनेता के होने की बात सामने आयी है। छापेमारी के दौरान इनके कुछ साथी फरार हो गये हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। इसके साथ ही चार अन्य संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है।
एडीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी एटीएस को सूचना मिली थी कि आतंकवादी संगठन अलकायदा के सदस्य उमर हलमण्डी को अलकायदा संगठन द्वारा भारत में आतंकवादी गतिविधियों को संचालित करने के लिए निर्देश दिये गये थे। उमर हलमंडी पाकिस्तान-अफगानिस्तान बार्डर क्षेत्र से आतंकवादी गतिविधियां संचालित करता है। इस कार्य के लिये उमर हलमण्डी द्वारा भारत में संगठन में सदस्यों की भर्ती और उन्हें रेडिक्लाइज करने का कार्य किया जा रहा है। इसी के अन्तर्गत उमर हलमण्डी ने कुछ जेहादी प्रवृत्ति के व्यक्तियों को लखनऊ में चिन्हित एवं नियुक्त कर अलकायदा के मॉड्यूल को खड़ा किया है। यह मॉड्यूल अन्सार गजवातुल हिन्द के अन्तर्गत आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिये तैयार किया गया है।
एडीजी ने बताया कि इस अलकायदा मॉड्यूल के प्रमुख सदस्यों में मिनहाज, मसीरुद्दीन व शकील का नाम प्रकाश में आया है। इन लोगों ने उमर हलमण्डी के निर्देश पर अपने अन्य सहयोगियों की सहायता से 15 अगस्त के पूर्व उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों विशेषकर लखनऊ में महत्वपूर्ण स्थानों, स्मारकों, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में विस्फोट करने, मानव बम आदि के द्वारा आतंकवादी घटना कारित करने की तैयारी कर रहे थे। इसके लिये इनके द्वारा शस्त्र, विस्फोटक आदि एकत्र किया गया है। इस सूचना को एटीएस ने विकसित किया तो पता चला कि आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए योजना बनाने में रिंग रोड, बगारिया, जेहटा बरावन कला, दुबग्गा, लखनऊ निवासी मिनहाज अहमद व सीतापुर रोड, मोहिबुल्लापुर, लखनऊ निवासी मसीरूद्दीन मुख्य भूमिका निभा रहें हैं। इस आतंकवादी गिरोह में लखनऊ, कानपुर के इनके अन्य साथी भी शामिल हैं। इनके द्वारा उत्तर प्रदेश में मुख्यत: लखनऊ में कभी भी आतंकवादी घटना को अंजाम दिया जा सकता है।
इस सूचना पर गंभीरता को देखते हुये आतंकवादियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की। रविवार को एक टीम ने आतंकी मिनहाज अहमद के घर पर दबिश दी तो वह घर पर मिला। उसके घर से भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ व पिस्टल बरामद हुयी। घर से बरामद आईईडी को बीडीडीएस टीम की मदद से निष्क्रिय किया गया। उधर, दूसरी टीम ने अभियुक्त मसीरूद्दीन के मोहिबुल्लापुर स्थित घर पर छापेमारी की तो उसके घर से भी भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद हुये। दोनों अभियुक्तों को हिरासत में लेकर एटीएस पूछताछ कर रही है ।
एडीजी ने बताया कि अन्य टीमों के द्वारा इन आतंकवादियों के अन्य सहयोगियों की तलाश के लिए विभिन स्थानों पर दबिश दी जा रही है। पूछताछ के दौरान हिरासत में लिए गए अभियुक्तों द्वारा अपने सहयोगियों के घर से भाग जाने की बात बताई गयी है, जिसके क्रम में जनपदीय पुलिस टीम के सहयोग से एटीएस की टीमों के द्वारा क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।