• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

योगिनी एकादशी में करें ये उपाय, सभी पापों से मिल जाएगा छुटकारा

Writer D by Writer D
19/06/2025
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Yogini Ekadashi

Yogini Ekadashi

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) कहते हैं। यह दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए विशेष माना गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, योगिनी एकादशी व्रत रखने से कई बीमारियों से राहत मिलती है और जाने-अनजाने में किए गए पापों से भी मुक्ति मिलती है। धर्म शास्त्रों में योगिनी एकादशी को रोगों को दूर करने वाली सबसे शुभ तिथि बताया गया है। आप योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) पर एक आसान उपाय अपनाकर जाने-अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति पा सकते हैं।

योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) 2025 कब है?

साल 2025 में योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) का व्रत 21 जून, दिन शनिवार को रखा जाएगा। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 21 जून की सुबह 7:18 बजे से शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 22 जून की सुबह 4:27 बजे होगा। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर 21 जून को ही योगिनी एकादशी का व्रत रखना सर्वश्रेष्ठ रहेगा।

योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) पर सभी पापों से मुक्ति पाने का उपाय

योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) के शुभ अवसर पर भगवान विष्णु के साथ ही तुलसी माता की पूजा का भी अत्यंत महत्व माना गया है। योगिनी एकादशी के दिन की सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें। फिर भगवान विष्णु और तुलसी माता की विधिवत पूजा करें। इसके बाद तुलसी को जल अर्पित करें और तुलसी के पास घी का दीपक जलाएं।

आप चाहें तो अगरबत्ती भी जला सकते हैं। अब “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें। इसके अलावा, तुलसी माता की सात बार परिक्रमा करें। अगर आप योगिनी एकादशी पर यह उपाय आजमाते हैं, तो भगवान विष्णु प्रसन्न होंगे और आपके जाने-अनजाने में किए गए पापों से आपको मुक्ति प्रदान करेंगे।

इस दिन विष्णु भगवान को अर्पित करने वाले भोग में तुलसी के पत्ते जरूर रखें। धार्मिक मान्यता है कि तुलसी के बिना भगवान विष्णु भोग स्वीकार नहीं करते हैं। अगर आप चाहें तो योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) पर तुलसी की माला का से तुलसी माता के मंत्र जाप कर सकते हैं। वहीं, अगर आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो एकादशी के दिन पौधा लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है।

Tags: Yogini Ekadashi
Previous Post

किसी को भी तोहफे में न दें ये चीजें, रिश्ते में आ जाएगी दरार

Next Post

सावन में कब-कब रखा जाएगा मंगला गौरी व्रत, जानें इसका महत्व

Writer D

Writer D

Related Posts

Anand Bardhan
Main Slider

कुम्भ मेले से सम्बन्धित सभी स्थायी एवं अस्थायी प्रकृति के कार्यों की प्राथमिकता तय करें: मुख्य सचिव

25/09/2025
Sushila Karki
Main Slider

पीएम ने घटाई वोटर्स की उम्र, अब इतने साल के युवा भी डाल सकेंगे वोट

25/09/2025
PM Modi praised the Yogi government
Main Slider

UPITS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की योगी सरकार की सराहना

25/09/2025
CM Dhami inaugurated Shaheed Samman Yatra 2
Main Slider

शहीदों के परिजनों के कल्याण के लिए की जा रही है अनेक कल्याणकारी योजनायें संचालित- मुख्यमंत्री

25/09/2025
Bigg Boss 19
Main Slider

Bigg Boss 19 पर इस कंपनी ने लगाया ये बड़ा आरोप, भेजा लीगल नोटिस

25/09/2025
Next Post
Mangala Gauri

सावन में कब-कब रखा जाएगा मंगला गौरी व्रत, जानें इसका महत्व

यह भी पढ़ें

Firing

SSP आवास के पास होटल कारोबारी को मारी गोली, नकदी लूटकर फरार

15/04/2022
Shine City Infra

शाइन सिटी इंफ्रा के प्रेसीडेंट गिरफ्तार, 60 हजार करोड़ के घोटाले में है आरोपी

15/07/2024
christmas makeup

क्रिसमस पार्टी के लिए अपनाएं ये मेकअप टिप्स, खूबसूरती को लग जाएंगे चार चंद

25/12/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version