नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि एसोचैम की स्थापना के पहले 27 साल गुलामी के दौर में बीते। उस वक्त देश की आजादी ही मुख्य लक्ष्य थी, लेकिन अब अगले 27 साल में भारतीय उद्योगजगत को पूरी दुनिया को अपनी क्षमता, प्रतिबद्धता और साहस को पूरे विश्वास के साथ दिखाना है।
मोदी ने उद्योग संगठन एसोचैम के स्थापना सप्ताह के संबोधन में कहा कि बीते 100 सालों में उद्योग जगत आजादी की लड़ाई से लेकर देश के विकास की यात्रा के हर उतार-चढ़ाव में भागीदार रहा है।
उन्होंने कहा कि एसोचैम की स्थापना के पहले 27 साल गुलामी के कालखंड में बीते। उस समय देश की आजादी, सबसे बड़ा लक्ष्य था। उस समय आपके सपनों की उड़ान बेड़ियों में जकड़ी हुई थी। अब एसोचैम के जीवन में जो अगले 27 साल आ रहे हैं, वो बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। अब से 27 वर्ष के बाद 2047 में देश अपनी आजादी के 100 साल पूरा करेगा।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर सांस लेने में तकलीफ होने के बाद एम्स में भर्ती, रिपोर्ट से खुलासा
आपके पास बेड़ियां नहीं, आसमान छूने की पूरी आजादी है और आपको इसका पूरा लाभ उठाना है। अब आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी चाहिए। इस समय दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति की तरफ तेजी से आगे बढ़ रही है। नई टेक्नॉलॉजी के रूप में चुनौतियां भी आयेंगीं और अनेक नये सरल समाधान भी सामने आयेंगे और इसलिए आज वो समय है, जब हमें योजना बनानी है और उस पर अमल भी करना है। हमें हर साल के, हर लक्ष्य को राष्ट्रनिर्माण के एक व्यापक लक्ष्य के साथ जोड़ना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले 27 साल भारत की वैश्विक भूमिका को ही तय करने वाले नहीं हैं, बल्कि ये हम भारतीयों के सपनों और प्रतिबद्धता दोनों की परीक्षा लेने वाले हैं। ये समय भारतीय उद्योगजगत के रूप में आपकी क्षमता , प्रतिबद्धता और साहस को दुनिया भर को हमें एक बार विश्वास के साथ दिखा देना है। हमारी चुनौती सिर्फ आत्मनिर्भरता ही नहीं है बल्कि हम इस लक्ष्य को कितनी जल्दी हासिल करते हैं, ये भी उतना ही महत्वपूर्ण है।