जौनपुर। कर्ज के बोझ के तले दबे युवक ने तकादा करने वालों से परेशान होकर अपने अपहरण की साजिश रची थी। शनिवार को पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए आरोपित युवक के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
केराकत कोतवाली पुलिस के मुताबिक, पूरनपुर गांव निवासी 22 वर्षीय नीरज यादव ने पूछताछ में बताया कि उसने काफी कर्ज ले रखा हुआ है। आये दिन लोग उसे अपने पैसे के लिए तकादा करते रहते है। इस वजह से उसने एक योजना बनायी और शुक्रवार को अपनी मां के साथ सामान खरीदने के लिए अकबरपुर बाजार गया।
बाजार में उसने अपनी मां को एक दुकान पर बैठाया और कहा कि जो सामान लौटाना है वो तो घर पर ही भूल आया है उसे लेकर आता हूं। इतनी बात कहकर वह घर के लिए निकल गया और वापस नहीं लौटा। काफी समय होने पर जब मां घर पहुंची तो पता चला कि उसका बेटा घर आया ही नहीं।
देर रात तक घर न पहुंचने पर परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी। शनिवार को नीरज ने घरवालों को फोन कर बताया कि वह वाराणसी के कैंट स्टेशन पर है। घरवालों को उसने बताया कि पोखरे के पास से बदमाशों ने उसे रुमाल सुंघाकर बेहोश कर अपने साथ ले गया था। शुक्रवार को कार से कहीं ले जा रहे थे कि रास्ते में पुलिस चेकिग होती देख उसे उतार दिया। वहां से वह किसी तरह कैंट पहुंचा। पुलिस को उसकी कहानी संदिग्ध नजर आई।
पूछताछ में खुद को फंसता देख नीरज ने पूरा सच उगल दिया। नीरज की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसने कई लोगों से कर्ज ले रखा था। उनके तकादा करने वालों से परेशान होकर अपहरण का नाटक रच दिया था। पुलिस अब युवक के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कह रही है।