विंध्याचल थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरानी वीआईपी निवासी दीपचंद्र पांडेय को सूद पर लिए गए रुपये नहीं चुकाने पर आरोपितों ने बंधक बना लिया। बुधवार को पेट्रोल डालकर उसे भी जला दिया। झुलसा पीड़ित किसी तरह जान बचाकर थाने की ओर भागा।
आरोपितों ने उसे मारने के लिए पीछा भी किया लेकिन तब तक वह थाने पहुंच चुका था। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने चार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
दीपचंद्र ने विंध्याचल निवासी कुछ लोगों से कुछ माह पहले 49 हजार रुपये कर्ज लिया था। अधिक सूद पर रुपया लेने के कारण उसका सूद हर माह बढ़ता जा रहा था। दीपचंद्र उसे चुकाने का प्रयास कर रहा था लेकिन सूद इतना अधिक था कि चुका नहीं पा रहा था।
उसने बताया कि लिए गए रुपये पर जितना सूद बन रहा था उसे लगातार चुकाता जा रहा था, लेकिन अधिक सूद होने के कारण रुपये चुकाने में दिक्कत हो रही थी। एक-दो माह गैप होने पर सूद पर रुपये देने वाले नाराज हो गए और तत्काल सूद के रुपये चुकाने के लिए कहने लगे। रुपये नहीं हाेने की बात कही तो वे भड़क गए और 21 नवंबर को अपने घर विंध्याचल में बंधक बना लिया।
दो दिनों तक मारते-पीटते रहे। जान से मारने की नियत से बुधवार को पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इससे वह झुलस लगा। किसी तरह जान बचाकर वह भागा। आरोपितों ने उसका पीछा किया, लेकिन तब तक वह थाने पर आ चुका था। देर रात घटना की तहरीर देने पर पुलिस ने श्रीउपाध्याय, शक्तिमान मिश्रा, अकील खान व मोनू त्रिपाठी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया।
उनको गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी तो वे फरार हो गए। कोतवाल शैलेश राय ने बताया कि आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।