नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्योग मंडल एसोचैम के फाउंडेशन वीक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ’21वीं सदी की शुरुआत में अटल जी ने भारत को हाई-वे से जोड़ने का लक्ष्य रखा था। आज देश में भौतिक और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष फोकस किया जा रहा है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘निवेश का एक और पक्ष है, जिसकी चर्चा आवश्यक है। ये है रिसर्च एंड टेवलपमेंट (R&D) पर होने वाला निवेश। भारत में R&D पर निवेश बढ़ाए जाने की जरूरत है।’ अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा को एसोचैम एंटरप्राइज ऑफ दी सेंचुरी अवॉर्ड प्रदान किया।
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प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आने वाले 27 साल भारत के वैश्विक योगदान को ही तय नहीं करेंगे, बल्कि ये हम भारतीयों के सपने और निष्ठा, दोनों को टेस्ट करेंगे। ये समय भारतीय इंडस्ट्री के रूप में आपकी क्षमता, प्रतिबद्धता और साहस को दुनिया भर को दिखा देने का है। हमारा चैलेंज सिर्फ आत्मनिर्भरता ही नहीं है। बल्कि हम इस लक्ष्य को कितनी जल्दी हासिल करते हैं, ये भी उतना ही महत्वपूर्ण है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एक जमाने में हमारे यहां जो परिस्थितियां थीं, उसके बाद कहा जाने लगा था-भारत क्यों। अब जो सुधार देश में हुए हैं, उनका जो प्रभाव दिखा है, उसके बाद कहा जा रहा है- भारत क्यों नहीं?’
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प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अब आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है। इस समय दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति की तरफ तेज़ी से आगे बढ़ रही है। नई टेक्नॉलॉजी के रूप में Challenges भी आएंगे और अनेक Solutions भी। इसलिए आज वो समय है, जब हमें प्लान भी करना है और एक्ट भी करना है। हमें हर साल के, हर लक्ष्य को Nation Building के एक Larger Goal के साथ जोड़ना है।’