केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 महामारी ने दुनिया को स्वास्थ्य प्रणालियों के महत्व को नजरअंदाज करने के परिणामों से अवगत कराया है।
हर्षवर्धन ने साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य में रुचि और निवेश को मजबूत करने के लिए वैश्विक साझेदारी को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
हर्षवर्धन ने कहा, ‘महामारी ने मानवता को स्वास्थ्य प्रणालियों की मजबूती और तैयारियों की अनदेखी करने के परिणामों के बारे में गहराई से अवगत कराया है। वैश्विक संकट, जोखिम प्रबंधन और शमन के ऐसे समय में वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य में रुचि और निवेश को मजबूत करने के लिए वैश्विक भागीदारी को और मजबूत बनाने की आवश्यकता होगी।’
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हर्षवर्धन ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कार्यकारी बोर्ड के 147वें सत्र की अध्यक्षता की। उन्होंने सुधारों को लागू करने और सतत विकास लक्ष्यों एवं सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की दिशा में प्रगति हासिल करने के लिए प्रत्येक सदस्य देश एवं हितधारक के साथ निरंतर जुड़ाव एवं सम्पर्क बनाये रखने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 सहयोगपूर्ण कार्रवाई का वर्ष रहा है। उन्होंने कहा कि मानव जाति पहले से ही गरीबी, भुखमरी, असमानता, जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और बीमारी की भारी चुनौतियों से लड़ रही थी और अब महामारी ने लोगों को काफी प्रभावित किया है। उन्होंने कहा, ‘सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य के बिना बेहतर भविष्य नहीं है। एक सबक जो हम जानते थे और अब फिर से सीखा है।’
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उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ इस सिद्धांत में विश्वास करता है कि स्वास्थ्य के उच्चतम प्राप्य मानक जाति, धर्म, राजनीतिक विश्वास, आर्थिक या सामाजिक स्थिति के भेद के बिना हर इंसान के मौलिक अधिकारों में से एक है। उन्होंने कहा, ‘इसलिए, हम सार्वजनिक स्वास्थ्य दायित्वों के कुशल, प्रभावी और उत्तरदायी निर्वहन के लिए सदस्य देशों, संगठन और भागीदारों के वैश्विक समुदाय के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’