नई दिल्ली। दशकों के उच्च स्तर पर पहुंची महंगाई को काबू करने के लिए दुनिया भर के सेंट्रल बैंक आक्रामक तरीके से ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा नुकसान शेयर बाजार (Share Market) को उठाना पड़ रहा है।
रेट हाइक के बाद इन्वेस्टर्स की बिकवाली थमने का नाम ही नहीं ले रही है। सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को जैसे ही बाजार (Share Market) खुला, बीएसई सेंसेक्स (SENSEX) और एनएसई निफ्टी (Nifty) दोनों औंधे मुंह गिर गए।
शेयर बाजार (Share Market) खुलते ही गिरा सेंसेक्स (Sensex)
प्री-ओपन सेशन (Pre-Open Session) से ही बाजार (Share Market) के बुरे हाल का संकेत मिल रहा था। प्री-ओपन सेशन में सेंसेक्स करीब 800 अंक तक गिरा हुआ था। सिंगापुर में SGX Nifty भी 1.83 फीसदी की बड़ी गिरावट में था। जैसे ही कारोबार की शुरुआत हुई, सेंसेक्स करीब 750 अंक गिर गया और 55 हजार अंक के स्तर से भी नीचे आ गया।
निफ्टी भी खुलते ही 290 अंक नीचे आ गया। सुबह के 09:20 बजे सेंसेक्स 900 अंक से ज्यादा गिर चुका था और 54,800 अंक से नीचे ट्रेड कर रहा था। निफ्टी 260 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 16,400 अंक से थोड़ा ऊपर कारोबार कर रहा था।
शेयर बाजार में कमजोरी का रुख, सेंसेक्स 408 अंक तक लुढ़का
जैसे-जैसे कारोबार आगे बढ़ता गया, बाजार और गिरता ही चला गया। दोपहर 11:20 बजे तक बाजार 2 फीसदी तक टूट चुका था। सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा गिरकर 54,650 अंक के पास आ चुका था। निफ्टी 325 अंक से ज्यादा के नुकसान के साथ 16,350 अंक के पास ट्रेड कर रहा था।
दरअसल बाजार को इस बात का डर सता रहा है कि आने वाले समय में ब्याज दरें तेजी से बढ़ सकती हैं। इस कारण इन्वेस्टर्स शेयर मार्केट से पैसे निकाल रहे हैं। बाजार के ऊपर कमजोर ग्लोबल ट्रेंड का भी प्रेशर है।