इस संसार में केवल अग्नि (Agni) ही ऐसा तत्व है, जो खुद जल कर दूसरों को प्रकाश देती है. पंचतत्वों में अग्नि को सबसे अधिक पवित्र माना गया है. एक ओर अग्नि संसार में प्रकाश करती है, तो दूसरी ओर जरा सी लापरवाही से अग्नि विनाश का कारण भी बन जाती है. पौराणिक काल में अग्नि परीक्षा को सबसे बड़ी परीक्षा माना जाता था.
ज्योतिष शास्त्र में अग्नि (Agni) को बहुत ही पवित्र माना गया है. इसके अलावा शास्त्रों में अग्नि के कुछ विशेष उपाय भी बताए गए हैं, जो सुख-समृद्धि व सौभाग्य के कारक हैं. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि अग्नि के साथ कुछ विशेष सामग्रियों के उपयोग से व्यक्ति अपने जीवन में सुख-समृद्धि पा सकते हैं. चलिए जानते हैं अग्नि के कुछ विशेष उपाय.
धन संपदा के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जीवन में अगर आर्थिक तंगी से गुजरना पड़े या फिर मेहनत करने के बाद भी फल प्राप्त ना हो तो घर मे हफ्ते में एक बार गूलर की लकड़ी से आग जलानी चाहिए. इस आग में 27 बार दूध, चावल और चीनी से बनी हुई खीर की आहुति देनी चाहिए. इस उपाय से व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन का अभाव नहीं रहता है.
घर में सुख-शांति के लिए
घर में सुख-शांति और समृद्धि बनाए रखने के लिए घर के मालिक को सुबह आम की लकड़ी से आग जलानी चाहिए. हवन सामग्री में बराबर गुग्गल धूप मिलाकर इसकी 27 बार अग्नि में आहुति देनी चाहिए. हफ्ते में एक बार इस उपाय को करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
विवाह के लिए
अगर रिश्ते में किसी तरह की अड़चन आ रही है या फिर विवाह होने में कोई बाधा आ रही है तो हर गुरुवार को पीपल की लकड़ी जलाएं और उसमें पीली सरसों के दाने से अपनी उम्र के बराबर उस आग में आहुति देनी चाहिए. इस उपाय से व्यक्ति के विवाह में आ रही रुकावट दूर हो जाती है.
नौकरी पाने के लिए
नौकरी पाने में आ रही रुकावट को दूर करने के लिए व्यक्ति को हर शनिवार को शाम के समय शमी की लकड़ी से आग जलाकर उसमें काले तिल से 21 बार आहुति देनी चाहिए.
कर्ज मुक्ति के लिए
किसी भी व्यक्ति को अपने कर्ज से मुक्ति पाने के लिए खैर की लकड़ी से आग जलानी चाहिए. हवन सामग्री के साथ गुड़ मिलाकर 27 बार अग्नि को समर्पित करना चाहिए. यह उपाय हर 15 दिन से करने पर जल्दी ही कर्ज से छुटकारा मिलता है.