आजकल की बदलती लाइफस्टाइल के चलते महिलाओं को दोहरी भूमिका निभानी पड़ती हैं। और इस दोहरी जिम्मेदारी के कारण तनाव पहले की तुलना में काफी ज्यादा हो गया है और तेजी से महिलाओं को हार्ट डिजीज से घेर रहा है। यही कारण है कि आज हार्ट डिजीज महिलाओं के लिये नंबर वन किलर बन गया है।
हालांकि कई महिलाओं का मानना है कि हार्ट डिजीज पुरुषों की बीमारी हैं और महिलाओं को बहुत कम परेशान करती हैं। लेकिन खराब लाइफस्टाइल, काम के बढ़ते बोझ और अनहेल्दी डाइट के कारण यह समस्या किसी को भी हो सकती है। एक नई रिसर्च ने भी इस बात का साबित किया है कि तनाव के कारण हार्ट डिजीज महिलाओं में अधिक तेजी से बढ़ रहा है। रिसर्च से पता चला है कि महिलाओं में मानसिक तनाव के चलते हार्ट डिजीज की आशंका पुरुषों की तुलना में कई गुना अधिक होती है। जॉर्जिया स्थित इमोरी यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च में हार्ट अटैक झेल चुकी महिला मरीजों के आंकड़ों पर अध्ययन किया गया।
हालांकि भारत की ज्यादातर महिलाएं 50 की उम्र तक खुद को हार्ट डिजीज से सुरक्षित मानती है। लेकिन एक रिसर्च के अनुसार, ”भारत में 5 में से 3 महिलाओं में 35 साल की उम्र तक हार्ट डिजीज का खतरा विकसित हो जाता है।” दुनिया भर में हार्ट डिजीज मौत के सबसे बड़े कारणों में से एक है। वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के अनुसार, ”एक साल में हार्ट डिजीज के कारण लगभग 1.75 करोड़ लोगों की मौत हो जाती है।
इनमें से करीब 67 लाख लोगों की मौत स्ट्रोक से होती है जबकि कोरोनरी हार्ट डिजीज के कारण 74 लाख लोग अपनी जान गंवाते हैं। हर साल 29 सितंबर वर्ल्ड हार्ट डे के रूप में मनाया जाता है, ताकि हार्ट की कई समस्याओं के बारे में लोगों में जागरूकता फैल सके और हार्ट की केयर संबंधी जानकारी मिल सके। अवीवा लाइफ इंश्योरेंस की मुख्य ग्राहक विपणन और डिजिटल अधिकारी अंजली मल्होत्रा ने बिजी लाइफस्टाइल में हार्ट की समस्याओं को रोकने के लिए 5 सरल और स्मार्ट तरीके बताये हैं। आइए आप भी इन तरीकों को जानकर अपने हार्ट को हेल्दी बनाएं।
हेल्दी डाइट
यह बात तो सभी जानते हैं कि हेल्दी डाइट हेल्दी लाइफ जीने की कुंजी है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि हेल्दी डाइट हमारे हार्ट के लिए भी बहुत अच्छी होती है। लेकिन हम में से अधिकांश इसे अनदेखा करते हैं। हम जो खाते है वह सीधे हमारे हार्ट को प्रभावित करता है। इसलिए हमें अपनी डाइट में ग्रीन और पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए, चीनी और गैस युक्त ड्रिंक से परहेज करें, जितना संभव हो शुगर ड्रिंक को पानी से बदल दें और प्रसंस्कृत फूड्स और परिष्कृत आटे का सेवन हेल्दी लाइफ और हेल्दी हार्ट के लिए कम करें।
स्मोकिंग और अल्कोहल को कंट्रोल में रखें
स्मोकिंग और अल्कोहल के सेवन से हार्ट डिजीज होने का जोखिम बढ़ेगा। इन आदतों को ब्लडप्रेशर बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जिसके कारण हार्ट बीट अनियमित होती है और स्ट्रोक्स होते हैं। इतना ही नहीं, यह हार्ट के नॉर्मल कामों में भी बाधा उत्पन्न करता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि इन चीजों का सेवन कम से कम करें और धीरे-धीरे इसे लेना बिल्कुल बंद कर दें। हालांकि ऐसा करना थोड़ा कठिन हो सकता है लेकिन कोशिश जरूर करें।
रेगलुर एक्सरसाइज करें
अपने हार्ट को हेल्दी बनाए रखने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करना जरूरी होता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि धमनियों में लचीलापन रहे, 30-45 मिनट अवधि के लिए किसी भी फिजिकल एक्टिविटी के रूप में डेली एक्सरसाइज करना जरूरी है। अध्ययनों से पता चला है कि तेज चलने से कुछ वयस्कों की जीवन अवधि में लगभग दो घंटे जुड़ सकते हैं। इसके अलावा लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव जैसे एलेवेटर के बदले सीढ़ियों से चढ़ना, पार्किंग स्थल के अंतिम भाग में पार्किंग करना और अपने दोपहर भोजन के समय में से थोड़ी देर के लिए ऑफिस से ब्रेक लेकर पैदल चलने से न केवल बॉडी को दुरुस्त रखने में हेल्प मिलती है बल्कि हेल्दी लाइफ की एक आदत भी बनती है।
कई रिसर्च से यह बात सामने आई है कि स्ट्रेस हार्ट प्रॉब्लम्स का सबसे बड़ा कारण है। इससे दर्द और तकलीफ, चिंता और अवसाद की भावनाएं और आपकी एनर्जी कम हो सकती है। इसलिए स्ट्रेस को दूर करने की कोशिश करें। काम के अलावा अन्य एक्टिविटी की तलाश करें जो स्ट्रेस के स्तर को नीचे रखने में हेल्प करें। इसके लिए आप अपनी हॉबी का सहारा ले सकती है। साथ ही संगीत सुनें या अच्छी किताब पढ़ें या मेडिटेशन करें।
बॉडी वेट कम करे
बहुत ज्यादा वजन आपके हार्ट के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए अपने वजन पर नजर रखें क्योंकि यह हाई कोलेस्ट्रॉल की संभावना को बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज और धमनी रोग के खतरे और ब्लड प्रेशर की संभावना को बढ़ता है। बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) पर भी नजर रखें और इसे सही लेवल तक बनाए रखें।