हर साल वैशाख के महीने में आने वाली मेष संक्रांति के दिन बैसाखी ( Baisakhi) का पर्व बड़े ही उल्लास और श्रद्धा से मनाया जाता है। यह पर्व खासकर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली जैसे क्षेत्रों में विशेष धूमधाम से मनाया जाता है। बैसाखी न सिर्फ सिक्ख समुदाय के लिए आध्यात्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह कृषि और फसल कटाई से जुड़ा एक प्रमुख त्योहार भी है। किसान इस दिन रबी की फसल की कटाई के बाद खुशियां मनाते हैं और नई फसल के लिए ईश्वर का धन्यवाद करते हैं। इस साल बैसाखी का पावन पर्व रविवार, 13 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस अवसर पर गुरुद्वारों में कीर्तन, लंगर और नगर कीर्तन का आयोजन होता है, जहाँ लोग पारंपरिक वेशभूषा में झूमते-नाचते नजर आते हैं। साथ ही, इस दिन खालसा पंथ की स्थापना की याद में विशेष समारोह भी आयोजित किए जाते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि इस खास दिन किन बातों का ख्याल रखना चाहिए — जैसे सकारात्मक सोच बनाए रखना, जरूरतमंदों की मदद करना, और धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन करना — ताकि यह दिन आपके जीवन में नई ऊर्जा और खुशियों का संचार करे।
जानिए इस पावन पर्व पर क्या करें और क्या नहीं
हर साल वैशाख महीने में आने वाली मेष संक्रांति के दिन बैसाखी ( Baisakhi) का पर्व पूरे भारत में विशेष उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह पर्व खासतौर पर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों में खुशहाली, फसल की समृद्धि और नई शुरुआत के रूप में मनाया जाता है। इस साल बैसाखी का पर्व रविवार, 13 अप्रैल 2025 को मनाया जाएगा।
बैसाखी ( Baisakhi) पर किए जाते हैं ये विशेष कार्य
बैसाखी ( Baisakhi) के दिन सूर्य देव की पूजा करना अत्यंत शुभ माना गया है। लोग इस दिन सूरज को जल अर्पित करते हैं और पूजा-पाठ करते हैं। सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारों में जाकर गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ, कीर्तन और लंगर सेवा करते हैं। इसके अलावा, यह दिन नए कार्यों की शुरुआत के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है — जैसे कि नया व्यवसाय शुरू करना, किसी नए प्रोजेक्ट की नींव रखना या निवेश करना।
बैसाखी ( Baisakhi) पर दान का महत्व
इस पर्व पर स्नान और दान करने की परंपरा है। खासकर नई फसल से उपजे अनाज, वस्त्र या धन का दान बहुत पुण्यदायी माना जाता है। यदि संभव हो तो पवित्र नदियों में स्नान करें या फिर किसी तीर्थ स्थल पर जाकर स्नान करें। यह आत्मिक शुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाने में सहायक होता है।
सुख-समृद्धि के लिए करें ये उपाय
बैसाखी ( Baisakhi) के दिन घर के मंदिर और मुख्य द्वार पर दीपक जरूर जलाएं। यदि आटे का दीपक बनाकर जलाया जाए तो यह और भी शुभ माना जाता है। साथ ही, घर में सूर्य यंत्र की स्थापना करने से घर में सकारात्मकता, उन्नति और समृद्धि का आगमन होता है।
बैसाखी ( Baisakhi) पर इन बातों से करें परहेज
बैसाखी ( Baisakhi) एक अत्यंत शुभ और पवित्र दिन होता है, इसलिए इस दिन काले या नीले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। साथ ही, तली-भुनी या तामसिक चीजों के सेवन से परहेज करें। इस दिन क्रोध, नकारात्मक विचार, लड़ाई-झगड़े या किसी से दुर्व्यवहार जैसे कर्म नहीं करने चाहिए। ये सभी कार्य आपकी सकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित कर सकते हैं।