उत्तराखंड में तीसरे हेलीकॉप्टर सम्मेलन-2021 का आयोजन किया गया। समिट में केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेली सेवाएं की आपार संभावनाएं है। राज्य सरकार हेली सेवा प्रोत्साहन के लिए वेट को 20 से घटाकर दो प्रतिशत कर दिया है।
शुक्रवार को नागरिक उड्डयन मंत्रालय और उत्तराखण्ड सरकार की ओर से तीसरी हेलीकॉप्टर समिट-2021 का आयोजन किया गया। इसकी थीम इंडिया@75 भारतीय हेलीकाप्टर उद्योग के विकास में तेजी लाना और वायु सम्पर्क बढ़ाना था।
इस मौके पर केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय में हेलीकॉप्टर एक्सीलेटर सैल की स्थापना करने और देश में हेलीकॉप्टर कॉरिडोर विकसित की जाएगी। इस मौके पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय की वेबसाइट पर हेली सेवा पोर्टल का बीटा वर्जन लॉन्च किया गया।इसके साथ ही सिविल हेलीकॉप्टर ऑपरेशन के दिशानिर्देश के लिए हेली दिशा नामक पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। इसके अलावा हेलीकॉप्टर ऑपरेशन के प्रोत्साहन के लिए नीति और हेली इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज का रोड मैप भी जारी किया गया।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और राज्य में युवा नेतृत्व से उत्तराखंड का विकास तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश का विकास सभी राज्यों के सहयोग से ही संभव है। इस दिशा में उत्तराखंड का पूरा सहयोग मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न दुर्गम क्षेत्रों में हर छोटी बड़ी सुविधा पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर का योगदान रहता है। हमने देश में हेलीकॉप्टरों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सकें। आज मुख्यमंत्री और मैंने संयुक्त रूप से उत्तराखंड के विभिन्न जगहों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की है। इससे निश्चित रूप से जनता को लाभ मिलेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने प्रदेश सरकार की ओर से उत्तराखण्ड में एवियेशन टर्बो फ़्यूल (एटीएफ) में लगने वाले वेट को 20 प्रतिशत से घटाकर 2 परसेंट किए जाने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समिट में शामिल होते हुए कहा कि आज का दिन हमारे लिए बड़ा महत्वपूर्ण दिन है। प्रधानमंत्री की सोच है कि देश का सामान्य नागरिक भी हवाई सेवा का लाभ उठाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नई हेली सेवाओं का शुभारंभ करने पर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि आम जनता भी हेलीकॉप्टर का लाभ ले सके इस पर हमारी सरकार कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि हम सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के मंत्र के साथ हेलीकॉप्टर कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भी कार्य करेंगे। उन्होंने कहा हेलीकॉप्टर सेवाओं को बढ़ावा देने से संबंधित आने वाली हर समस्या का समाधान करने के लिए हमारी सरकार तैयार है। उन्होंने कहा हमारी सरकार कम दामों पर जनता को हेली सुविधा देने पर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हेलीकॉप्टरों की अहम भूमिका होती है। आपदा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में हेलीकॉप्टरों ने हमेशा जीवनदायिनी की भूमिका निभाई है। प्रदेश सरकार ने उत्तराखण्ड में एवियेशन टर्बो फ़्यूल (एटीएफ) में लगने वाले वेट को 20 प्रतिशत से घटाकर 2 परसेंट कर दिया है, इसके पीछे सरकार की मंशा यह है कि एयर कनेक्टिविटी के क्षेत्र में अधिक से अधिक हेली कंपनियां उत्तराखंड आए।
हिमालय क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर की भूमिका अहम: वीके सिंह
इस मौके पर मौजूद केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि हिमालय क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर की भूमिका और ज्यादा बढ़ जाती है। उन्होंने कहा एयर एंबुलेंस, एयर टैक्सी एवं आपदाओं में हेलीकॉप्टर की अहम भूमिका रहती है। हिमालयी क्षेत्रों में हेलीकॉप्टरों की कनेक्टिविटी बढ़ाई जाए इस पर कार्य किया जाएगा।
सी प्लेन उतारे जाने को लेकर प्रयास जारी: महाराज
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि टिहरी बांध जैसी विभिन्न जगहों पर सी प्लेन उतारे जाने को लेकर हमारे प्रयास जारी है। उत्तराखंड में हमेशा से ही हेलीकॉप्टरों की अहम भूमिका रही है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड में एयर टैक्सी पर भी जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा
इस दौरान राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल, उत्तराखण्ड में कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, सचिव नागरिक उड्डयन भारत सरकार राजीव बंसल, संयुक्त सचिव नागरिक उड्डयन भारत सरकार उषा पाधी, एयरपोर्ट ऑथेरिटी ऑफ इण्डिया के चेयरमेन संजीव कुमार,सचिव नागरिक उड्डयन उत्तराखण्ड दिलीप जावलकर,एयरबस इंडिया के एमडी रेमी मेलार्ड, फिक्की के महासचिव दिलीप चिनॉय सहित भारत सरकार और उत्तराखण्ड सरकार के अधिकारी और एवियेशन सेक्टर से जुड़े लोग उपस्थित रहे।