देश में इस बार जल्दी मॉनसून (Monsoon) आने के संकेत मिल रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो 2009 के बाद इस बार सबसे जल्दी मानसून का आगमन होगा। रविवार को मौसम विभाग की तरफ से बताया गया कि, दक्षिणी पश्चिमी मानसून 29 मई को केरल पहुंच सकता है। हालांकि, ऐसे एक जून तक केरल में मानसून पहुंचता है लेकिन इस बार जल्द ही मॉनसून पहुंचने के संकेत मिल रहे हैं।
इसके साथ ही मौसम विभाग ने इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। आमतौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून (Monsoon) एक जून को केरल पहुंचकर 8 जुलाई तक पूरे भारत को कवर कर लेता है। 17 सितंबर से मॉनसून भारत के उत्तर पश्चिमी इलाकों से पीछे हटना शुरू हो जाता है।
15 अक्तूबर तक पूरी तरह से विदा हो जाता है। मौसम विभाग ने अपने अप्रैल महीने के अनुमान में साल 2025 में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद जताई है। इससे अल-नीनो के असर को नकारा जा रहा है, क्योंकि अल नीनो के असर से सामान्य से कम बारिश होती है।
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हाल में मौसम विभाग ने बताया था कि इस साल दक्षिणी अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीपसमूह में मानसून (Monsoon) 13 मई को ही आगे बढ़ सकता है। आमतौर पर ऐसा 20 मई के आसपास होता है, लेकिन इस बार एक हफ्ते पहले ही ऐसा हो रहा है। निकोबार द्वीप समूह से केरल पहुंचने में मानसून (Monsoon) को सामान्य तौर पर 10 दिन का समय लगता है।