नैनीताल। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में पुलिस ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के सेवानिवृत्त जवान की हत्या (Murder) के आरोप में शनिवार को मृतक के पुत्र, पुत्री और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। एक नाबालिग को भी संरक्षण में लिया गया है।
अल्मोड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामचंद्र राजगुरू ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि शुक्रवार, 29 दिसंबर को मृतक सुंदर लाल के भाई ओमप्रकाश ने लमगड़ा पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसके भाई सुंदरलाल की हत्या (Murder) कर दी गयी है।
तहरीर में हत्या का आरोप मृतक के पुत्र रितिक विश्वकर्मा, पुत्री डिम्पल और उसके दोस्त हर्षवर्द्धन पर लगाया गया। इस मामले में एक विधि विवादित किशोरी भी आरोपी है।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर सभी के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया। साथ ही लमगड़ा के थाना प्रभारी दिनेश नांथ महंत की अगुवाई में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये एक टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।
साथ ही तीनों आरोपियों को लमगड़ा के भांगादेवली गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। विधि विवादित किशोरी को भी मौके से संरक्षण में ले लिया गया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उसके पिता भारत तिब्बत सीमा पुलिस में नौकरी करते थे।
वह सेवानिवृत्त होकर चाचा के परिवार के साथ लमगड़ा के भांगादेवली गांव में रहने लगे। वे लोग देहरादून में पढ़ाई करते हैं। उनके पिता उन्हें पढ़ाई और रहने खाने के लिये पैसा नहीं दे रहे थे। पुलिस के अनुसार इसी से गुस्साये डिम्पल ने अपने दोस्त हर्षवर्द्धन को दिल्ली से बुलाया और चारों ने कल शनिवार को मृतक के हाथ पांव बांधकर डंडों से पीटकर उसकी हत्या कर दी।