प्रयागराज। कीडगंज में 30 दिसम्बर की रात चार लोगों को गोली मारकर घायल करने एवं एक कारोबारी की हत्या मामले में फरार चल रहे सस्पेंड सिपाही समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार करने में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। दो आरोपितों पर पच्चीस-पच्चीस हजार का इनाम घोषित था। पुलिस टीम ने हत्या में प्रयुक्त लाइसेंसी रिवाल्वर और छह खोखा बरामद किया है।
उक्त जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अपराध सतीश चन्द्र ने मंगलवार देर शाम बताया कि पकड़े गए आरोपितों में वाराणसी आबकारी से सस्पेंड सिपाही विमलेश पाण्डेय निवासी खाई थाना करछना है। उसके खिलाफ करछना एवं वाराणसी में मुकदमा दर्ज है। इसका दूसरा साथी कोरांव थाना क्षेत्र के दर्शनीय गांव निवासी सतीश पाण्डेय एवं कीडगंज के पूरावल्ली निवासी कृष्ण मुरारी उर्फ लाली शमा है।
वारदात की वजह मकान का विवाद
पकड़े आरोपितों ने पूछताछ के दौरान बताया कि संदीप गुप्ता उर्फ भोले के परिवार से एक मकान को लेकर विगत काफी दिनों से विवाद चल रहा था। जिसे लेकर मैं और मेरा भाई काफी परेशान थे। उसी बात को लेकर वारदात की रात विवाद हुआ और आवेश में आकर मैंने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली चला दी।
वारादात के बाद कई शहरों में छुपने का किया प्रयास
वारदात को अंजाम देने के बाद सबसे पहले वाराणसी, गोरखपुर, मथुरा एवं प्रतापगढ़ जाने के बाद कहीं भागने के इरादे से परेड ग्राउण्ड में पुलिया के पस योजना बना रहे थे कि कीडगंज थाना प्रभारी मनोज कुमार और शहर एसओजी प्रभारी दिवाकर सिंह एवं उनके सहयोगी पुलिस कर्मचारियों ने पुलिस बल का प्रयोग करते हुए मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपितों को संरक्षण देने वालों पर भी होगी कार्रवाई
एसपी क्राइम ने उक्त आरोपितों को शहर से बाहर भागने में सहयोग करने एवं संरक्षण देने वाले सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वह चाहे पुलिस एवं आबकारी के कर्मचारी या फिर आम नागरिक होगा।
गौरतलब है कि कीडगंज के रामजानकी मंदिर के पास 30 दिसम्बर की रात चाट कारोबारी परिवार पर हुई फायरिंग के दौरान गोली लगने से विशाल गुप्ता (30) पुत्र विनोद गुप्ता की मौत हो गई थी। जबकि गोली से घायल भाजपा विधायक संजय गुप्ता के रिश्तेदार संदीप गुप्ता (45) पुत्र विनोद गुप्ता, रामजी गुप्ता (40) पुत्र मुन्ना लाल एवं छात्र नारायन तिवारी (18) का उपचार जारी है। घायलों में एक युवक की हालत नाजुक बनी हुई है।