लखनऊ। लखनऊ के इस्माइलगंज में एसबीआई से 23 लाख रुपए ठगी करने वाले तीन ठगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार (Arrested) किया है। इन लोगों ने बैंक में कुछ ही दिन पहले ज्वॉइन करने वाली मैनेजर को खाता बंद करने की धमकी देकर अपने जाल में फंसाया था। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
एसटीएफ एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि बैंक मैनेजर को धमकी देकर ठगने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें दिल्ली के हर्ष विहार का विजय कुमार प्रजापति व अमीरुद्दीन और गाजियाबाद लोनी बार्डर का प्रदीप शर्मा है। इन लोगों ने निवाल बालाजी आॅटो मूवर्स का फर्जी लेटर हेड तैयार किया था। जिसके बाद एसबीआई इस्माइलगंज ब्रांच की मैनेजर स्वाति अग्रवाल को फोन कर खातों को बैनिफिशयल के तौर पर जोड़ने का दबाव बनाया।
मैनेजर ने बैंक में आकर मिलने को कहा तो विजय ने खाता बंद करने की धमकी दी। कुछ दिन पहले ही ब्रांच में ज्वॉइन करने वाली स्वाती पुराना अकाउंट बंद होने से डर गई। उन्होंने बिना कंफर्मेशन 33 लाख रुपये भेज दिए।
बैंक मैनेजर ने निवाल बालाजी में कंफर्मेशन के लिए फोन किया। ठगी की जानकारी पर खाता ब्लाक किया, लेकिन तब तक आरोपी 23 लाख रुपये निकाल चुके थे।
गिरोह के सदस्य कार एजेन्सी का मालिक बनकर वहां के सीए को मैसेज करते थे। डीपी पर मालिक की फोटो लगा देते थे। जिससे किसी को शक नहीं होता था। इसके बाद दिनभर की आरटीजीएस का ब्यौरा और दो चेक मांगते थे। जिसके बाद उनसे फर्जी दस्तावेजों से खोले गए खातों में पैसा ट्रांसफर करा लेते थे। विजय प्रजापति ने बताया कि गिरोह का मुखिया तौसीब है। जो कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार हुआ है। इन लोगों ने हैदराबाद में 36 लाख, छत्तीसगढ़ के दुर्ग में 28 लाख, हिमाचल प्रदेश के पालपुर स्थित पीएनबी से साढ़े आठ लाख रुपये की धोखाधड़ी करने की बात कबूल की है। इसके अलावा गाजियाबाद के कविनगर और बरेली में भी कार एजेंसी संचालक बनकर धोखाधड़ी की भी बात कबूल की है।