लखनऊ। आशियाना पुलिस ने मोबाइल फोन चोरी के आरोप में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से 118 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस का दावा है कि बरामद हुए मोबाइल फोन चोरी के हैं।
थाना प्रभारी आशियाना ने बताया कि मंगलवार की देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए नगर जोन 8 के सामने रेलवे लाइन के किनारे पहले से ही घेराबन्दी कर ली थी। कुछ ही देर में मौके पर आरोपित पहुंच गए। रेलवे लाइन के पास भारी पुलिस बल देखकर आरोपित भागने लगे। इस पर पुलिस टीम ने आरोपितों को दौड़ाकर दबोच लिया। पूछताछ में आरोपितों ने अपना नाम साहबगंज झारखण्ड निवासी देवराज, वऊपुर राहमहल झारखण्ड निवासी सुनील और झारखण्ड निवासी रजत नोनिया बताया है। आरोपितों के कब्जे और उनकी निशानदेही पर पुलिस को 118 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
पुलिस का दावा है कि बरामद हुए मोबाइल फोन चोरी के हैं। बकौल पुलिस आरोपित आशियाना के देवी खेड़ा में किराये के मकान में रहते हैं। आरोपित भीड़भाड वाले इलाकों में लोगों की रेकी करते हैं। मौका मिलते ही आरोपित मोबाइल फोन पार कर देते हैं।
आरोपित भिन्न प्रदेशों के जिलों में किराये पर मकान लेकर मोबाइल फोन चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं। पार किए फोन को आरोपित झारखण्ड में जाकर बेच देते हैं। अन्य जानकारियां हांसिल कर पुलिस ने आरोपितों को जेल रवाना किया है।
23 लाख 60 हजार कीमत के है मोबाइल फोन
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपितों के कब्जे से बरामद हुए लगभग सभी मोबाइल फोन एन्ड्राइड हैं। सभी फोन ब्रान्डेड कंपनी के हैं। जिनकी कीमत करीब 23 लाख 60 हजार रुपये आंकी जा रही है। पिछले एक माह के दौरान आरोपितों ने चोरी की वारदातों को अंजाम देकर मोबाइल फोन का जखीरा एकत्र किया है। आरोपित झारखण्ड जाकर उक्त मोबाइल फोन बेचने की फिराक में थे।
आईएमआई बदलकर बेचते थे फोन
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित हाईटेक भी हैं। चोरी के मोबाइल फोन के आईएमआई न बर को बदल देते थे। जिसके बाद फोन बेच देते थे। जिसके चलते चोरी के मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रेस करना लगभग नामुमकिन हो जाता है। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन चोरी होने की कई शिकायते आशियाना थाने में दर्ज हैं। बरामद हुए मोबाइल फोन के आईएमआई न बर के आधार पर जांच की जायेगी।