उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य को अपराध मुक्त करने के लिए माफियाओं पर शिकंजा लगातार शिकंजा कस रही है। इसी कड़ी मेँ गोरखपुर के शातिर अपराधी और पुलिस की सूची में टॉप-10 में शामिल अपराधी प्रदीप सिंह की करीब 12 करोड़ रुपये की संपत्ति ज़ब्त कर ली गई। सीओ कैम्पियरगंज और तहसीलदार सहजनवा ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।
मंगलवार को क्षेत्राधिकारी कैम्पियरगंज अजय कुमार सिंह के पर्यवेक्षण मे प्रभारी निरीक्षक सहजनवां संजय मिश्रा व तहसीलदार सहजनवा के नेतृत्व में हिस्ट्रीशीटर प्रदीप कुमार सिंह द्वारा अवैध रुप से अर्जित की हुई सम्पत्ति को ज़ब्त कर लिया। जिलाधिकारी न्यायालय से पारित 9 अप्रैल 2021 के आदेश के अनुपालन में जब्तीकरण की कार्रवाई की गई।
प्रदीप सिंह के मल्ली मल्हीपुर, तहसील सहजनवा स्थित तीन मकान एवं 4.5 हेक्टेयर भूमि को सीओ साहब कैम्पियरगंज अजय कुमार सिंह, थाना प्रभारी गीडा, नायब तहसीलदार गीडा और अन्य पुलिस टीम व राजस्व टीम के साथ तहसीलदार सहजनवा द्वारा ज़ब्त कर सीज कर दी गई। अपराधी प्रदीप सिंह अभी जेल में बंद है।
यूपी ने पूरे किए 5 करोड़ कोविड टेस्ट, रिकवरी रेट पहुंचा 97.1 फीसदी
हिस्ट्रीशीटर प्रदीप सिंह पर गोरखपुर के अलग अलग थानों में 54 मुकदमे दर्ज हैं। शाहपुर में हत्या की कोशिश और आपराधिक साजिश, कोतवाली में हत्या की कोशिश, हत्या, गैंगस्टर, धमकी समेत 11 मुकदमे, तिवारीपुर, खलीलाबाद, दुधरा बस्ती, बखिरा, मेहदावल, उसका बाजार, गोरखनाथ में भी केस दर्ज हैं। लूट और हत्या का पहला मुकदमा गोला, फिर उसी थाने में गैंगस्टर, बेलीपार में हत्या की कोशिश, राजघाट में आर्म्स एक्ट और हत्या, गुलरिहा में हत्या की कोशिश, कैंट में चार मुकदमे हत्या, डकैती, हत्या की कोशिश, सहजनवां थाने में लूट, हत्या, हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट, धमकी देने सहित दस मुकदमे दर्ज हैं।
जिले में मिले ब्लैक फंगस के आठ नए केस, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
प्रदीप सिंह का नाम साल 1996 में पिपरौली के तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख सुरेंद्र सिंह की हत्या में आया था। जिला परिषद कार्यालय के गेट पर दिनदहाड़े हत्या करने के बाद प्रदीप उनके गनर की बंदूक स्टेनगन लूटकर फरार हो गया था।