लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस से बचने के लिए काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है। आयुष मंत्रालय ने भी गर्म पानी से गरारा करने, च्यवनप्राश और काढ़ा का सेवन करने की सलाह दी है। दरअसल, कोरोना वायरस के बारे में ये बात शुरू से कही जा रही है कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों पर इसके संक्रमण का ज्यादा खतरा होता है, इसलिए हमें अपनी इम्यूनिटी बनाए रखने और इसे बढ़ाने के लिए खानपान पर ध्यान देना चाहिए। च्यवनप्राश वगैरह एक तरह से इम्यूनिटी बूस्टर का काम करते हैं, वहीं तुलसी, अदरक, दालचीनी, लौंग जैसी गर्म तासीर वाली चीजों का काढ़ा बनाकर पीना भी बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन कहा गया है कि ‘अति सर्वत्र वर्जयेत’ यानी किसी भी चीज की ‘अति’ नुकसान पहुंचा सकती है।
कोरोना से बचने को अगर आप भी अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए दिन में कई बार काढ़े का सेवन कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए। बहुत ज्यादा काढ़े का सेवन आपको पेट का रोगी बना सकता है। चिकित्सकों और विशेषज्ञों का भी कहना है कि बहुत ज्यादा काढ़ा का सेवन करने से पेट की बीमारियों हो सकती है। यहां तक कि पेट में अल्सर और लीवर एप्सिस जैसी बीमारी से भी आप पीड़ित हो सकते हैं।
बिहार के भागलपुर के वरिष्ठ गैस्ट्रो इंट्रोलॉजिस्ट डॉ. डीपी सिंह का कहना है कि काढ़े में इस्तेमाल होने वाले मसालों में मौजूद तत्व किडनी और लीवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। काढ़े का अत्यधिक सेवन करने से ये मेटल्स सक्रिय रहते हैं। ऐसे में कुछ ही दिनों में लीवर एप्सिस और पेट में अल्सर की शिकायत भी हो सकती है।
डॉक्टरों का कहना है कि इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए फल और दूध का नियमित का सेवन करना चाहिए। विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सिंह कहते हैं कि लोगों को दिनचर्या में योग और व्यायाम को शामिल करते हुए संयमित भोजन लेना चाहिए। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता खुद ब खुद बढ़ जाएगी और इसका शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव भी नहीं पड़ता है।
डॉ. सिंह का कहना है कि कोरोना के डर से लोग शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए तमाम तरह के उपाय करने को तैयार हैं, कर भी रहे हैं। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है तो खानपान में संयम रखें। योग व्यायाम करते हुए फल और दूध का सेवन करना ज्यादा बेहतर है। काढ़ा अगर ले रहे हैं, तो एक से दो बार सेवन करना काफी होगा।
डायबिटीज, ब्लडप्रेशर के मरीज न छोड़ें दवाएं
डॉ. सिंह ने कहा कि अगर आप ब्लडप्रेशर और डायबिटीज के मरीज हैं तो इनकी दवाएं किसी भी हाल में बंद न करें। डॉक्टर से पूछे बिना किसी तरह का कदम उठाना अहितकर होगा। उसी तरह हार्ट के मरीजों को भी डॉक्टर से संपर्क में रहना चाहिए। कोरोना से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, साफ-सफाई और खानपान का ध्यान रखें।