कृषि कानूनों पर गृह मंत्री अमित शाह और 13 किसान नेताओं की मंगलवार रात हुई बैठक बेनतीजा रही। सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने से इनकार कर दिया है। बैठक के बाद किसान नेता हनन मुल्ला काफी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ बुधवार को होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई है।
हनन मुल्ला ने कहा कि सरकार किसानों को लिखित में प्रस्ताव भेजेगी। आज दोपहर 12 बजे सिंधु बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक होगी, जिसमें प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव पर चर्चा के बाद हम आगे फैसला करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि बुधवार को सरकार के साथ होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई है।
Tomorrow we will hold a meeting at Singhu border (Delhi-Haryana border) at 12 pm: Hannan Mollah, General Secretary, All India Kisan Sabha. #FarmersProtest pic.twitter.com/AxMrdwH1xn
— ANI (@ANI) December 8, 2020
बता दें कि आज सरकार और किसान नेताओं के बीच छठे राउंड की बातचीत होनी थी। गृह मंत्री से पहले किसान नेताओं की सरकार के साथ अब तक पांच राउंड की बातचीत हो चुकी है। पांचों ही वार्ता बेनतीजा रही। इन बातचीत में सरकार और किसान अपने-अपने रुख पर अड़े रहे। सरकार जहां कृषि कानून को वापस लेने से इनकार कर रही है तो वहीं, किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं।
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सरकार ने किसानों के सामने संशोधन का प्रस्ताव भी दिया था, जिसे किसानों ने ठुकरा दिया था। पांचवें दौर की बैठक के दौरान ही किसान नेताओं ने कहा था कि हमें फैसला चाहिए। हम हां या ना में जवाब चाहते हैं। चर्चा बहुत हो चुकी है।
गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, हनन मुला, शिव कुमार कक्का जी, बलवीर सिंह राजेवाल, रुलदू सिंह मानसा, मंजीत सिंह राय,बूटा सिंह, हरिंदर सिंह लखोवाल, दर्शन पाल, कुलवंत सिंह संधू, बोध सिंह मानसा और जगजीत सिंह ढलेवाल शामिल थे।