उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक हादसे में बकरी चरा रहे तीन मासूम बच्चों की बिजली के पोल के नीचे दबने से मौत हो गई। खंबे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की इलेक्ट्रिक लाइन में लगाने के लिए रखे गए थे। जैसे ही घटना की सूचना पुलिस प्रशासन तक पहुंची तो सीओ और एसडीएम खुर्जा स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बच्चों के शवों को किसी तरह बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
बुलंदशहर के खुर्जा में जहां फ्रेट कॉरिडोर की बिजली लाइन के लिए लाए गए खम्भों के नीचे दबने से तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई। दरअसल, खुर्जा कोतवाली देहात के गांव सारावा दादुपुर के पास निर्माणाधीन डिडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर के पास तीन नाबालिग बच्चे बकरी चरा रहे थे।
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आशंका जताई जा रही है कि बकरियों को चराते समय तीनों बच्चे रेलवे लाइन की साइड में पड़े बिजली के खंभों पर बैठ गए। इसी बीच खम्भों का संतुलन बिगड़ गया और खम्भे फिसल गए, जिसकी चपेट में आने से तीनों बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई।
देर शाम तक जब बच्चे घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने बच्चों की तलाश शुरू की। बच्चों के शवों को खम्भों के बीच फंसा देख चीखपुकार मच गई। देखते ही देखते सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और किसी तरह बच्चों के शवों को बाहर निकाला गया।
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वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने तीनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। उधर मृतक बच्चों के परिजन रेलवे के अफसरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं और प्रशासन से उनके मृत बच्चों के लिए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।