नई दिल्ली। मोदी सरकार की अपील के बाद भी कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। सरकार किसानों को फिलहाल दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाले सिंघु बॉर्डर पर रोका हुआ है।
वहीं, शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि किसानों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया जा रहा है, उससे ऐसा लग रहा है कि वे आतंकवादी हैं। उन्हें खालिस्तानी बताया जा रहा है, ये किसानों का अपमान है।
The way farmers have been stopped from entering Delhi, it looks like as if they don't belong to this country. They have been treated like terrorists. Since they are Sikh&have come from Punjab&Haryana, they're being called Khalistani. It is insult to farmers:Sanjay Raut, Shiv Sena pic.twitter.com/XaE529oZUL
— ANI (@ANI) November 29, 2020
राउत ने कहा कि जिस तरह से किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोका गया है, ऐसा लग रहा है कि जैसे वे इस देश के हैं ही नहीं। उनके साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया गया है। चूंकि वे सिख हैं और पंजाब और हरियाणा से आए हैं, इसलिए उन्हें खालिस्तानी कहा जा रहा है। यह किसानों का अपमान है।
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बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर लगातार तीन दिनों से आंदोलनरत किसान रविवार को भी अपना प्रदर्शन जारी रखने को लेकर अडिग हैं। किसान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यह प्रस्ताव मानने को तैयार नहीं हैं कि पहले वे शांतिपूर्वक बुराड़ी के निरंकारी मैदान में शिफ्ट हों तो सरकार दूसरे ही दिन उनसे बात करेगी।
शनिवार को रात भर दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाले सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षाबलों की तैनाती रही। किसानों ने कल ही स्पष्ट कर दिया था कि वो यहां से कहीं नहीं जाएंगे। आज 11 बजे एक बार फिर सिंघु बॉर्डर पर ही किसानों की बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।
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वहीं, सिंघु और दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर के साथ ही टिकरी बॉर्डर पर भी किसानों का प्रदर्शन जारी है। बुराड़ी के निरंकारी समागम मैदान में प्रदर्शन की अनुमति मिलने के बाद भी किसान सीमाओं पर ही अड़े हुए हैं। इसे देखते हुए टिकरी बॉर्डर पर भी भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।