नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और जम्मू कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक, नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह की हत्या गोली मारकर की गई थी। पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट में सिर में गोली लगने की बात सामने आई है।
त्रिलोचन को दो सितंबर को कनाडा जाना था, जहां उनका परिवार रहता था। इसके लिए वे दिल्ली पहुंचे थे। वे यहां जम्मू के रहने वाले हरप्रीत के घर रुके थे। लेकिन जब काफी दिनों तक कुछ पता नहीं लगा तो परिवार ने पहले जम्मू पुलिस को जानकारी दी और इसी तरह दिल्ली पुलिस तक बात पहुंची।
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अभी तक की जांच के बाद पुलिस को लग रहा है कि त्रिलोचन सिंह की हत्या 2 सितंबर को की गई थी। इसके बाद हरप्रीत 7 सितंबर को उसी फ्लैट में रहता रहा। इससे पहले खुलासा हुआ था कि त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी हरप्रीत सिंह ने अपनी एक महिला मित्र को घटनास्थल यानी बसई दारापुर के फ्लैट पर बुलाया था।
इससे पहले खुलासा हुआ था कि आरोपी हरप्रीत सिंह खालसा ने कत्ल के बाद त्रिलोचन सिंह के एक करीबी को फोन किया था और उसे बताया था कि ‘मैंने और हरमीत ने मिलकर त्रिलोचन सिंह की हत्या कर दी है, आकर लाश उठा लो।’ फोन पर हत्या का गुनाह कबूल करने के बाद आरोपी ने नई दिल्ली इलाके में अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था।