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छेडख़ानी से तंग छात्रा ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, आरोपी समेत तीन लोग हिरासत में

suicide

आत्महत्या

लखनऊ। जानकीपुरम इलाके में शोहदे की छेडख़ानी से क्षुब्ध होकर बीए तृतीय वर्ष की छात्रा ने दुपट्टे के फंदे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन छात्रा को लेकर सेन्ट मेरी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक ने उसे ट्रामा के लिए रिफर कर दिया। जहां डाक्टर ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि आरोपित शोहदा करीब 7 माह से छात्रा को परेशान कर रहा था। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित समेत 3 अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया है।

थाना प्रभारी जानकीपुरम ने बताया कि जानकीपुरम गार्डेन निवासी विजय कुमार गुप्ता की जनरल मर्चेंट की दुकान है। उनकी 18 वर्षीय पुत्री मानसी गुप्ता महर्षी कालेज में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा थी। शुक्रवार दोपहर बाद मानसी अपने कमरे में गई थी। जिसके बाद बाहर नहीं निकली। परिजनों ने कमरे के बाहर कई बार मानसी को आवाज दी थी, लेकिन अन्दर से किसी प्रकार की आहट नहीं हुई। इस पर परिजन कमरे में चले गए। कमरे का नजारा देख परिजनों को पैरों तले जमीन खिसक गई। कमरे की छत पर लगे पंखे के सहारे मानसी दुपट्टे के फंदे से लटकी हुई थी। परिजनों ने आनन-फानन में मानसी को फंदे से उतारा और गुड बा इलाके में स्थित सेंट मेरी अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सक ने मानसी को ट्रामा सेण्टर में रिफर कर दिया। ट्रामा सेण्टर के डाक्टर ने मानसी को मृत घोषित कर दिया।

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सूचना पाकर मौके पर जानकीपुरम पुलिस पहुंच गई, लेकिन परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। परिजनों का आरोप था कि जानकीपुरम सेक्टर 6 में रहने वाला आदर्श उर्फ शुभम के दुस्साहस के चलते मानसी ने आत्महत्या की है। परिजनों के अनुसार मानसी के साथ आरोपित अक्सर छेडख़ानी करता था। जिसको लेकर मानसी तनाव में रहती थी। आक्रोशित परिजन और उनके समर्थकों ने ट्रामा सेण्टर के बाहर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले की सूचना पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों तक पहुंच गई। आनन-फानन में जानकीपुरम और चौक पुलिस मौके पर पहुंच गई।

पुलिस आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन परिजन आरोपित की गिर तारी की मांग पर अड़े रहे। मृतका के पिता आरोपित की गिरफ्तारी के बाद ही मानसी के शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग पर अड़े थे। पुलिस ने आनन-फानन में पीडि़त पिता से आरोपित के खिलाफ तहरीर लिखवाई। तहरीर मिलते ही पुलिस ने आरोपित आदर्श समेत उसके परिवार के 3 अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया। जिसके बाद परिजन शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गए।

7 माह से कर रहा था परेशान

पीडि़त पिता ने बताया कि आरोपित शुभम 7 माह से मानसी को परेशान कर रहा था। मानसी ने कई बार परिजनों से उसकी शिकायत भी की थी, लेकिन परिजन लोकलाज के डर से पुलिस के पास नहीं गए। परिजनों का आरोप कॉलेज जाते समय आदर्श अक्सर मानसी को रोक लेता था। उसका पीछा कर भद्दी टिप्पढिंयां करता था। शोहदे के भय से मानसी ने घर से निकलना भी बंद कर दिया था। वह ज्यादातर परिजनों के साथ ही घर से बाहर जाना पसन्द करती थी।

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112 पर मानसी ने दी खुद सूचना

पीडि़त पिता की माने तो मानसी शोहदे की हरकतों से तंग आ चुकी थी। आरोपित के खिलाफ परिजनों द्वारा कुछ न किए जाने पर उसने करीब 4 माह पूर्व कण्ट्रोल रूम के 112 न बर पर कॉल शिकायत की थी। बाइक सवार पुलिस कर्मी उनके घर भी पहुंचे थे। आरोप है कि पुलिस कर्मी आरोपित का नाम, पता और शिकायत लिखकर ले गए थे। जिसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। जिसके चलते आरोपी का दुस्साहस लगातार बढ़ता गया। परिजनों का कहना है कि आरोपित दबंग हैं। जिसके चलते परिजन स्थानीय पुलिस के पास जाना नहीं चाहते थे।

लोकलॉज के डर से छुडा दी पढ़ाई

पीडि़त पिता ने बताया कि मानसी आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करवाना चाहती थी, लेकिन परिजन लोकलाज के डर से उसे डपट देते थे। परिजनों की फटकार सुनकर मानसी चुप हो जाती थी। जिससे शोहदे के हौसले और भी बुलंद होते जा रहे थे। कॉलेज जाते समय वह रोजाना मानसी के साथ छेडख़ानी करता था। मानसी घर आकर परिजनों को रोज उसकी हरकतों के बारे में बताती थी, लेकिन परिजन हमेशा की तरह मौन रहते थे। इस पर मानसी झुंझला जाती थी। रोज की कलह से निजात पाने के लिए परिजनों ने मानसी का नाम कालेज से कटवा दिया था और उसकी पढ़ाई बंद करवा दी थी। मानसी अब घर में ही रहने लगी थी। शुक्रवार को आक्रोश में आकर मानसी ने अपना जीवन ही खत्म कर लिया।

शिकायत करने पहुंचे पिता को आरोपी के परिजनों ने फटकारा

पीडि़त पिता ने बताया कि शोहदे की हरकतों से तंग आकर मानसी डिप्रेशन में चली गई थी। उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था। उसका स्वाभाव भी चिड़चिडा हो गया था। यह सब देख पीडि़त पिता आरोपित आदर्श की शिकायत करने उसके घर पहुंचे थे। आरोप है कि आरोपित और उसके परिजनों ने छात्रा के पिता से बदसलूकी और भद्दी गालियां देकर उसे भगा दिया था। पीडि़त पिता ने तहरीर में उक्त प्रकरण का भी जिक्र किया है। जिसके चलते पुलिस ने आरोपित सहित उसके परिजनों को भी हिरासत में लिया है।

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