कानपुर। चकेरी थाना क्षेत्र में लेनदेन के विवाद में शटरिंग ठेकेदार को जिंदा फूंकने वाले आरोपित बिल्डर समेत दो अभियुक्तों को पुलिस गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। परिजनों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस शिकायत के बावजूद बिल्डर को पहले बचाने में जुटी रही।
गौरतलब है कि, कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र में एन टू रोड एमईएस कॉलोनी निवासी राजेन्द्र पाल शटरिंग का काम करता था। मृतक के बेटे अरविंद ने तहरीर देकर पुलिस को बताया कि उसके पिता राजेन्द्र पाल श्याम नगर निवासी बिल्डर शैलेन्द्र श्रीवास्तव और राघवेंद्र तिवारी की बिल्डिंगों में शटरिंग का काम करते थे। पिता का बिल्डर पर काम के करीब 18 लाख रुपये बकाया थे, जो कई बार मांगने पर बिल्डर शैलेन्द्र श्रीवास्तव नहीं दे रहा था। पिता बुधवार को जब बिल्डर के घर गए और पैसे मांगे तो उनके साथ मारपीट की गई और ज्वलन शील पदार्थ डालकर आग लगा दी गई।
बेटे ने बताया कि इस सूचना पर जब वह मौके पर पहुंचा तो पिता को गंभीर रूप से झुलसा पाया। उन्हें तत्काल उपचार के लिए उर्सला अस्पताल पहुंचा, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने बेटे अरविंद की नामजद तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर दोनों अभियुक्त शैलेन्द्र श्रीवास्तव और मुनीम राघवेंद्र तिवारी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दोनों आरोपितों से पूंछताछ कर रही है।
मृतक के बेटे ने बताया कि मामले की शिकायत इससे पूर्व चकेरी थाने में की गई थी लेकिन दबंग बिल्डर की राजनीति पकड़ के चलते उसके खिलाफ स्थानीय पुलिस ने कारवाई नहीं की। जिसका परिणाम है यह हुआ कि पिता की जलाकर हत्या कर दी गई। परिजनों ने स्थानीय थाना पुलिस की जांच का भरोसा न होने की बात कही है।
घटना में एसीपी कैंट मृगांक शेखर ने गुरूवार को बताया कि, चकेरी इलाके में एक व्यक्ति को जलाने की सूचना मिली थी। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। घटना में मुकदमा दर्ज करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।