लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने बाराबंकी से अष्टधातु की प्राचीनतम मूर्ति बताकर धोखाधड़ी कर बेचने वाले गिरोह के सरगना सहित दो आरोपियों को गौतमबुद्ध की मूर्ति और फर्जी जेम टैस्ंिटग लैब महानगर, लखनऊ की टेस्टिंग रिपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में रामनरेश निवासी बलुहा ककरा, थाना खरगुपुर, गोण्डा और राघवेन्द्र प्रताप सिंह निवासी जालेपुर, थाना छपिया, जनपद गोण्डा व संतोष कुमार निवासी सिरसिया, थाना कोतवाली देहात, जनपद बलरामपुर हैं।
देश में संचार क्रांति के साथ संस्कार क्रांति जरुरी: आनंदीबेन पटेल
दरअसल, एसटीएफ की टीम को अभिसूचना संकलन के दौरान पता चला कि अष्टधातु की प्राचीन मूर्ति बताकर बिक्री करने के लिये बाराबंकी के सफदरगंज आयेगा। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ पर पकड़े गये अभियुक्तों ने बताया कि हम तीनों लोगो का एक संगठित गिरोह है, वजनदार मूर्तियां इधर-उधर से खरीदकर उसको अष्टधातु की मूर्ति बताकर टैस्टिंग लैब की फर्जी पर्ची प्रिन्ट कराकर एवं फर्जी टैस्टिंग लैब की फर्जी मुहर लगाकर कस्टमर को विश्वास मे लेकर मूर्ति को अच्छी कीमत मे बेचते है।