सोनभद्र। अपर सत्र न्यायाधीश (एफटीसी)/विशेष न्यायाधीश गैंगेस्टर एक्ट आसुतोष कुमार सिंह की अदालत ने मंगलवार को सुनवाई करते हुए गैंगेस्टर एक्ट के मामले में दोषसिद्ध पाकर गैंग लीडर प्रदीप पासी उसके उसके साथी मनोज पाल को 10-10 वर्ष की कैद की सजा सुनाई है।
इसके अतिरिक्त 20-20 हजार रुपये अर्थदंड की सजा लगाया है। अर्थदंड न देने पर एक-एक वर्ष की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। जेल में बितायी अवधि सजा में समाहित होगी।
अभियोजन पक्ष के मुताबिक बीजपुर थाने के इंस्पेक्टर वीरेंद्र प्रताप सिंह 31 मई 2017 को पुलिस बल के साथ क्षेत्र में गश्त पर थे। इस बीच उन्हें पता चला इलाहाबाद जिला के कर्नलगंज थाना क्षेत्र के बड़ा बघाड़ा गांव निवासी गैंग लीडर प्रदीप पासी का एक सक्रिय गिरोह है, जो इस क्षेत्र में कार्य करता है।
अपने लाभ के लिए चांदपुर चकोरी गांव निवासी मनोज पाल के के साथ गैर कानूनी कार्य लिप्त है। इनका क्षेत्र में वर्चस्व कायम है। इनके विरुद्ध कोई भी शिकायत करने एवं गवाही देने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है।
डीएम से अनुमोदन कराने के बाद इनके खिलाफ गैंग चार्ट दाखिल किया गया है। मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्कों को सुनने, गवाहों के बयान एवं पत्रावली का अवलोकन करने पर दोषसिद्ध पाकर गैंग लीडर प्रदीप पासी व मनोज पाल को 10-10 वर्ष की कैद एवं 20-20 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है।
अर्थदंड न देने पर एक-एक वर्ष की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। अभियोजन पक्ष की ओर से सरकारी वकील धनंजय कुमार शुक्ला ने बहस की।