गौतमुबद्धनगर की साइबर क्राइम सेल ने दो शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। ये लोग आर्मी अफसर बनकर भारत के विभिन्न प्रांतों के लोगों से करोड़ों की ठगी की है। इनका एक साथी फरार है, जिसकी तलाश में टीम लगी हुई है।
साइबर क्राइम प्रभारी रीता यादव ने इस मामले में प्रेसवार्ता कर गुरुवार को बताया कि टीम ने हरियाणा के ग्राम ठेक निवासी शमशेर और शफी मोहम्मद को गिरफ्तार किया है। जबकि इनका एक साथी राजस्थान निवासी शाहरुख फरार है।
दोनों अभियुक्तों ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि वे शाहरुख के साथ मिलकर फर्जी आर्मी अफसर बनकर लोगों को विश्वास लेकर ट्रांसफर होने की बात बताकर सामान को बेचने व मकान या फ्लैट को किराये पर लेने के लिए लोगों को कॉल करते थे। एडवांस के तौर पर यह लोग रकम को अपने खाते में ट्रांसफर करवा लेते थे। इसके अलावा फेसबुक फर्जी आईडी के माध्यम से लोगों से जुड़कर चैट व अश्लील वीडियो बना लेते थे और ब्लैकमेल करके पैसा लेते थे। अब तक तीनों ने दस करोड़ की धोखाधड़ी करके आपस में पैसा बांट चुके हैं। धोखाधड़ी से आये पैसे को ठिकाने लगाने के लिए अन्य खातों में ट्रांसफर कर डेबिट कार्ड व पीओएस के माध्यम से कैश करा लेते थे।
साइबर प्रभारी ने बताया कि बीते दिनों गाजियाबाद निवासी एके महेश्वरी ने एफआईआर दर्ज करायी थी। उन्होंने बताया कि उसने अपने फ्लैट को किराये पर देने के लिए ऑनलाइन वेबसाइड ओएलक्स पर विज्ञापन दिया था। इसके बाद दोनों युवकों ने फर्जी अफसर बनकर फ्लैट किराये पर लेने के नाम पर क्यूआर कोड के माध्यम से एडवांस पेमेंट देने के लिए नाम पर ठगी की थी। इसके बाद पीड़ित ने इन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। साइबर क्राइम सेल ने आरोपितों को जेल भेजते हुए उसके तीसरे साथी की तलाश शुरु कर दी है।