समय-समय पर कुछ सामानों की सफाई करते समय कुछ विशेष ध्यान देने की ज़रूरत होती है। जैसे-आभूषण की सफाई कैसे करनी है, या फिर शीशे के बर्तन की सफाई कैसे करनी है या फिर मूर्ति की सफाई कैसे करनी है। लगभग इन सभी सामानों की सफाई के लिए कुछ न कुछ विशेष ध्यान देने की ज़रूरत होती है।
खैर, अगर आपके भी घर में कांस्य की मूर्ति है और उसे साफ करने के बारे में सोच रही है, तो आज इस लेख में हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप कांस्य की मूर्ति को अच्छे से साफ कर सकती और फिर से उसे पहले जैसा चमका सकती हैं। तो बिना देर किए हुए चलिए जानते हैं इन टिप्स के बारें।
सिरका
कांस्य की मूर्ति को साफ करने के लिए आप सिरके का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके इस्तेमाल से कांस्य की मूर्ति फिर से एकदम नया चमक उठेगी। इसके लिए आपको कांस्य की मूर्ति पर सिरके का छिड़काव या स्प्रे करना होगा और एक से दो मिनट बाद सॉफ्ट कपड़ा या फिर कॉटन से आराम से साफ करना होगा। ध्यान रहे साफ करते समय मूर्ति पर कपड़े या फिर कॉटन से अधिक रगड़ना नहीं हैं।
नींबू रस
नींबू रस की मदद से भी आप कांस्य की मूर्ति को पहले जैसा चमका सकती हैं। इसके लिए आप कांस्य की मूर्ति पर नींबू रस से स्प्रे कर दीजिये और कुछ देर के लिए ऐसे ही छोड़ दीजिये। थोड़ी देर बाद सॉफ्ट ब्रश या फिर कॉटन की मदद से साफ कर लीजिये। इससे कांस्य की मूर्ति को नुकसान भी नहीं होगा।
कई लोगों का मानना है कि कांस्य की मूर्ति को बार-बार पॉलिश कराने से मूर्ति की चमक खो जाती है। इलसिए आप भी कांस्य की मूर्ति को बार-बार पॉलिश के लिए बाज़ार लेकर न जाए। इसे घर ही साफ करने के लिए साबुन-फ्री डिटर्जेंट का इस्तेमाल कीजिये। इसके इस्तेमाल से मूर्ति भी चमक उठेगी और आपको पॉलिश कराने की ज़रूरत भी नहीं होगी। कभी-कभी अधिक पॉलिश कराने से मूर्ति की प्राकृतिक चमक भी खो जाती है।
कांस्य की मूर्ति साफ करने के लिए आप सॉफ्ट ब्रश का ही इस्तेमाल करें। अधिक हार्ड वाले ब्रश से कांस्य की मूर्ति साफ करने पर मूर्ति की पेंट उड़ जाती है। अगर आपके पास सॉफ्ट ब्रश नहीं है, तो आप सूती कपड़े या फिर सॉफ्ट कॉटन का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। ध्यान रहे मूर्ति को साफ करने के लिए अधिक पानी का इस्तेमाल नहीं करना है।
साफ करने के बाद रखें धूप में
अमूमन किसी भी चीज को साफ करने के बाद धूप में नहीं रखते हैं, लेकिन कांस्य की मूर्ति को साफ करने के बाद कम से कम कुछ मिनट के लिए धूप में मूर्ति को सुखने के लिए ज़रूर रखें। इससे मूर्ति की नमी खत्म हो जाती और मूर्ति सुरक्षित भी रहती है।