कानपुर। मुकदमे की विवेचना करने गए दारोगा गर्वित त्यागी को बंधक बनाकर उनसे हाथापाई करने की घटना में शामिल दो महिलाओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। मामले में अब तक पांच आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने आठ नामजद और छह अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था।
गिरफ्तार महिलाओं की पहचान शिवानी पुत्री छुन्ना उम्र 19 वर्ष और मोनी पत्नी विनोद उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम हरी पुरवा थाना ककवन के रूप में हुई। दोनों महिलाओं ने उपनिरीक्षक गर्वित त्यागी को आंगन से कमरे तक ले जाने में एवं बंधक बनाने में मदद की थी। दोनों को जेल भेज दिया गया है। इस प्रकरण में सोमवार को भी तीन अभियुक्तों चरण सिंह, विनोद और सूरज को गिरफ्तार किया गया था।
यह था मामला
रविवार देर शाम ककवन थाना क्षेत्र के हरीपुरवा से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल वीडियो में दावा किया गया कि दारोगा एक युवती को पकड़कर अभद्रता कर रहा है। वीडियो में दारोगा एक युवती को पकड़े भी दिख रहा था। ऐसे में पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने वायरल वीडियो का फौरन संज्ञान लिया और एडीसीपी पश्चिम के साथ एडीसीपी दक्षिण को जांच की जिम्मेदारी सौंपी।
दोनों आईपीएस अधिकारियों ने जब अन्य वीडियो के जरिये जांच की तो पूरा मामला ही पलट गया। सामने आया कि दारोगा अपने बचाव के लिए युवती को पकड़ा है। इस पर दारोगा को क्लीनचिट दे दी गई और दारोगा को बंधक बनाये जाने पर वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।