रायबरेली। यूपी की जेलों में कैदियों के लिए आरामगाह बनने के कई वीडियो लगातार सामने आते रहते हैं। हालांकि जेल महकमा अपनी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने का दावा करने करने से नहीं चूकता, लेकिन जेलों में निरुद्ध कैदी जेल प्रशासन के दावों को ठेंगा दिखाने में लगातार कामयाब हो रहे हैं।
मंगलवार को रायबरेली की जिला जेल से बड़ी लापरवाही का मामला उजागर हुआ है, यहां दुष्कर्म और चोरी के मामले में निरुद्ध 2 बंदी जेल से फरार हो गए हैं। बंदियों के भागने की सूचना मिलने पर डीआईजी जेल संजीव त्रिपाठी रायबरेली पहुंचे हैं।
सुबह गिनती में नदारद मिले दो बंदी
पता चला कि बीती रात रायबरेली जिला कारागार से दो बंदी फरार हो गए है। मंगलवार सुबह जब गिनती हुई तब इस घटना का खुलासा हुआ, जिसके बाद एसपी समेत पुलिस महकमे के अफसर जेल पहुंचे। काफी छानबीन के बाद भी जब उन दोनों का पता नहीं चला तो कोतवाली में तहरीर दी गई। इस घटनाक्रम से जेल के अधिकारी खासे सकते में हैं।
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एक चोरी के आरोप में तो दूसरा पॉक्सो एक्ट में निरुद्ध
फरार कैदी शिवगढ़ के शेरगढ़ मजरे पडरिया निवासी शारदा पुत्र रामफेर को चोरी के आरोप में 5 सितंबर को जेल भेजा गया। वहीं सलोन के अतरथरिया गांव के रंजीत को दुष्कर्म के मामले में 3 सितंबर को जिला कारागार लाया गया। दोनों को 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन बैरक में रखा गया था।
सोमवार की रात गिनती के दौरान वे दोनों थे। मगर, मंगलवार की सुबह की गिनती में वे नदारद मिले। इसकी सूचना जेल प्रशासन द्वारा तुरंत कोतवाली पुलिस को दी गई। जिसके बाद कोतवाल ने एसपी श्लोक कुमार समेत अन्य अधिकारियों को पूरा प्रकरण बताया। कुछ ही देर में एसपी, एएसपी, सीओ भी जेल पहुंच गए। जेल की सभी बैरकों की बारी-बारी से छानबीन की गई लेकिन, उन दोनों का पता नहीं चल पाया।
क्वारेंटाइन बैरक में बने बाथरूम में सेंध लगाकर दोनों बैरक से बाहर आए, ऊंची दीवार गए फांद
बताया गया कि क्वारेंटाइन बैरक में बने बाथरूम में सेंध लगाकर दोनों बैरक से बाहर आए। फिर तीन-चार बड़ी दीवारें पार करके भाग निकले। ऐसा करना बहुत कठिन या यूं कहें कि एक तरह से बहुत मुश्किल था पर उन दोनों ने ऐसा करके जेल प्रशासन की नींद उड़ा दी। जेलर ने बताया कि दो बंदियों के जेल से भागने की तहरीर दी है।
जेल अधीक्षक ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि जिला जेल में निरुद्ध कैदी चोरी और पाक्सो को एक्ट में निरुद्ध थे और भागने में कामयाब हो गए।