नई दिल्ली। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन पहली बार अपने देश की जनता से माफी मांगी है। गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के समय लोगों के साथ खड़े न हो पाने की वजह से माफी मांगी है।
किम जोंग-उन पार्टी के 75वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भावुक होते हुए इस बात को स्वीकार किया कि वह उस विश्वास पर खरे नहीं उतरे हैं। जो उत्तर कोरियाई लोगों को उन पर है और इसके लिए वह क्षमा चाहते हैं।
मुरादाबाद में 10 हजार की रिश्वत लेते लेखपाल रंगेहाथ गिरफ्तार
रिपोर्ट के अनुसार किम ने भाषण के दौरान अपना चश्मा उतारा और आंसू पोंछे। अपने पूर्वजों द्वारा किए गए महान कार्यों की विरासत का जिक्र करते हुए किम ने कहा कि यद्यपि मुझे इस देश का नेतृत्व करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो किम 2-सुंग और किम जोंग-इल के कारण है। मैं लोगों का मुझपर विश्वास रखने के लिए धन्यवाद देता हूं। मेरे प्रयास और ईमानदारी जीवन में आने वाली कठिनाइयों से हमारे लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।
भावनात्मक भाषण में किम ने इस समय कोरोना वायरस के कारण चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने इस दौरान विश्व के बारे में बात की और उन्होंने दक्षिण कोरिया के साथ संबंध सुधारने की इच्छा जताई। उन्होंने अमेरिका पर किसी भी प्रत्यक्ष आलोचना से परहेज किया है।
योगी सरकार का बड़ा फ़ैसला, तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को 6 हजार सालाना की मदद
बता दें कि शनिवार को उत्तर कोरिया ने अपनी नवीनतम मिसाइल का प्रदर्शन किया, जो कि एक विशाल सैन्य परेड में उत्तर कोरिया की ज्ञात अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों (आईसीएमबीएस) से भी बड़ी है। परेड के बाद दक्षिण कोरिया ने रविवार को चिंता व्यक्त की और एक बार फिर उत्तर कोरिया से अपने पिछले अशस्त्रीकरण के वादों का पालन करने का आग्रह किया है।
बाहुबली मुख्तार अंसारी की बढ़ी मुश्किलें, गैंगस्टर कोर्ट ने जारी किया वारंट
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उत्तर कोरिया ने हथियारों का अनावरण किया जिसमें एक नई लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल होने का संदेह है। बयान में उत्तर कोरिया को अपनी 2018 अंतर-कोरियाई सौदों के जरिए दुश्मनी को कम करने के उद्देश्य के बारे में याद दिलाया गया है।