कीव/मॉस्को। रूस-यूक्रेन जंग (Ukraine-Russia War) का आज 30वां दिन है। इस जंग में यूक्रेन (Ukraine) के कई शहर तबाह हो चुके हैं। लाखों लोगों ने बेघर हो गए है। ऐसे में सबके मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर जंग कब खत्म होगी? इन सबके बीच यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने खुफिया जानकारी दी है। इसके मुताबिक, रूस 9 मई तक जंग समाप्त कर सकता है।
यूक्रेनी सेना के जनरल स्टाफ दावा किया है कि रूसी सैनिकों को आदेश दिया गया है कि किसी भी हाल में 9 मई तक युद्ध खत्म हो जाना चाहिए। 9 मई की तारीख इसलिए चुनी गई है, क्योंकि इस तारीख पर रूस हर साल ‘विक्ट्री परेड’ का आयोजन करता है।
विक्ट्री परेड और यूक्रेन से जंग का क्या कनेक्शन?
– इसे समझने के लिए इतिहास में जाना होगा। ये समय दूसरे विश्व युद्ध का था। एडोल्फ हिटलर की नाजी जर्मनी की सेना कोहराम मचा रही थी। तब अमेरिका, ब्रिटेन और सोवियत संघ (अब रूस) साथ आए और नाजी सेना को घुटने पर ला दिया।
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– चारों ओर से घिरने के बाद जब हिटलर के पास कोई रास्ता नहीं बचा तो उन्होंने 30 अप्रैल 1945 को अपने बंकर में आत्महत्या कर ली। हिटलर की आत्महत्या के बाद 8 मई को जर्मनी ने सरेंडर कर दिया।
– जिस समय जर्मनी की सेना सरेंडर की शर्तों पर हस्ताक्षर कर रही थी, तब जर्मनी में 8 मई थी, लेकिन रूस में 9 मई की तारीख लग चुकी थी। इसी कारण 1945 के बाद रूस में 9 मई को विक्ट्री परेड का आयोजन किया जाने लगा। कुछ यूरोपीय देश 8 मई को अपना विक्ट्री डे मनाते हैं।
कब से शुरू हुआ ये सिलसिला?
– 22 जून 1945 को सोवियत संघ के नेता जोसेफ स्टालिन ने ऐलान किया कि जर्मनी सेना की जीत पर मॉस्को के रेड स्क्वायर पर सेना की एक खास परेड का आयोजन किया जाएगा।
– शुरुआत में ये विक्ट्री परेड कई-कई सालों में एक बार हुआ करती थी। लेकिन 1995 से इसे हर साल 9 मई के दिन आयोजित किया जाने लगा।