उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार PFI के दो सदस्यों बदरुद्दीन और फिरोज को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान कोर्ट ने इन दोनो को 7 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर एटीएस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस रिमांड की अवधि 18 फरवरी की सुबह से शुरू होजीआई। एटीएस अब 24 फरवरी को इन दोनों से पूछताछ के बाद और कोर्ट में पेश करेगी।
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बुधवार को बताया कि गिरफ्तार हुए बदरुद्दीन और फिरोज खान से विस्फोटक बरामद किए गए हैं, जो उच्च क्षमता के हैं। इनमें 16 विस्फोटक डिवाइस, बैट्री, डेटोनेटर और लाल रंग के तार बरामद हुए हैं। आरोपियों से 32 बोर की एक पिस्टल और 7 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
यूपी एसटीएफ ने लखनऊ से पीएफआई के कमांडर अंसद बदरुद्दीन और फिरोज खान को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दौरान दोनों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार भी बरामद किए गए। पुलिस का मानना है कि दोनों आरोपी बड़ी साजिश को अंजाम देने के फिराक में थे।
रेल रोको आंदोलन’ 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से होगा : राकेश टिकैत
एटीएस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। बुधवार को एटीएस ने दोनों आरोपितों को लखनऊ स्थित एनआईए कोर्ट में पेश किया। एटीएस ने कोर्ट से एक सप्ताह की कस्टडी रिमांड की मांग की, जिस पर कोर्ट ने दोनों की सात दिन की कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली है। अब 7 दिन की रिमांड अवधि में पुलिस इन आरोपियों के नेटवर्क और निशाने पर विस्तृत पूछताछ करेगी।
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए बताया था कि इन दोनों के संबंध पीएफआई नामक आतंकी संगठन से हैं। इनकी योजना बसंत पंचमी के आसपास कई जगह कार्यक्रमों में धमाका कर कई वरिष्ठ अधिकारियों और आम जनता में आतंक फैलाना था। पिछले एक साल में इस संगठन के 123 लोगों को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। केरल के बदरुद्दीन और फिरोज खान पीएफआई के दो सदस्य हैं, जिन्हें यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है।