अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में एक बड़ी घटना सामने आयी है। जहां एक किशोरी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसका शव नीम के पेड़ से लटका मिला है। मृतका के परिजनों ने दुष्कर्म आरोपी पर हत्या कर शव को पेड़ पर लटकाने का आरोप लगाते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी और उसके परिवारवालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी की मां को हिरासत में ले लिया है। इस बीच एसपी ने मामले लापरवाही बरतने वाले आदमपुर थाने के इंस्पेक्टर समेत 3 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है और इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
अखिलेश यादव ने घटना पर जताया दुख
इस मामले में अब सियासत भी शुरू हो गई है। यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख ने घटना को दुखद और शर्मनाक बताया है। अखिलेश यादव ने ये भी कहा कि, भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को निलंबित कर बीजेपी सरकार बच नहीं सकती. उन्होंने कहा कि यूपी में सरकार ही फरार है।
अमरोहा में दुष्कर्म की शिकार नाबालिग पीड़िता की हत्या का मामला बेहद गंभीर, दुखद व शर्मनाक है। श्रद्धांजलि!
इस संबंध में कुछ भ्रष्ट पुलिसवालों को निलंबित करके उप्र की भाजपा सरकार बच नहीं सकती। दुष्कर्म का आरोपी सितंबर से फ़रार है।
दरअसल उप्र में सरकार ही फ़रार है।
निंदनीय!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 1, 2021
आपको बता दें कि, ये मामला अमरोहा के आदमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव का है। मृतका के पिता ने बताया कि, 25 सितंबर को गांव के ही एक युवक ने घर में घुसकर किशोरी के साथ दुष्कर्म किया था। रविवार सुबह वो खेत पर चारा लेने गई थी। काफी देर बाद भी घर न लौटने पर जब परिजन खजने निकले तो पीड़िता का शव नीम के पेड़ पर फंदे पर लटका मिला। हाथ-पैर भी रस्सी से बंधे थे। इसके बाद कई थानों की पुलिस बुलाई गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
परिजनों ने लगाया आरोप
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में पहले छेड़खानी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन जब पीड़िता की मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज हुए तो उसका मेडिकल कराकर दुष्कर्म की धाराओं को जोड़ा गया। परिजनों ने ये भी आरोप लगाया है कि आरोपी की गिरफ्तारी न होने की वजह से ही किशोरी की हत्या की गई।