लखनऊ। पोंजी स्कीम के जरिये भारत समेत कई देशों में अरबों रुपये की धोखाधड़ी करने गिरोह के मास्टरमाइंड की धरपकड़ के लिए यूपी एसटीएफ अब इंटरपोल की मदद लेगी। इसके लिये दस्तावेज तैयार किये जा रहे हैं। साथ ही ब्रिटेन, पाकिस्तान और दुबई में बैठे इस गैंग के सरगनाओं तक पहुंचने के लिए रेट कार्नर नोटिस जारी कराने के लिए भी कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।
एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक इस बड़े जालसाजी के संजाल के पर्दाफाश के लिए इंटरपोट की मदद लेने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गयी है, जिससे विदेश में बैठे गैंग के सरगनओं तक पहुंचा जा सके। उन्होंने बताया कि यूपी में सक्र्रिय इस गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है।
यहां बता दें कि यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार को विश्व स्तरीय ठगी के व्यापक संजाल का पर्दाफाश किया था। लंदन बेस्ड दो कंपनियों ईग्नाइटर 100 व सोलमैक्स गु्रप वेबसाइड के जरिये भारत से डायरेक्ट सेलिंग के नाम से पोंजी स्कीम संचालित कर रही थी। यह अंतर्राष्ट्रीय कंपनी भारत में रजिस्टर्ड नहीं है लेकिन इसने देश और दुनिया भर में ठगी का व्यापक तंत्र स्थापित कर लिया था। अपनी स्कीम के जरिये इन कंपनियों ने अरबों रुपये की ठगी की।
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इन दोनों कंपनियों रीजनल डायरेक्टर को लखनऊ से गिरफ्तार कर इस ठगी के बड़े संजाल का पर्दाफाश किया गया है। ठगी के इस कारोबार को अपने देश में संचालित करने वाले दोनों रीजनल डायरेक्टर लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार में डेरा जमाए हुए थे। जौनपुर का अनिरूद्ध नारायण गोमतीनगर के सरस्वती अपार्टमेंट में रह रहा था और मऊ के दोहरी घाट का रहने वाला दीपक राय गोमती नगर विस्तार में छिपा बैठा था। इन दोनों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था।
बताया जा रहा है कि इन दोनों कंपनियों का जाल यूके से लेकर दुनिया के अनेक देशों में फैला हुआ है। अभी ठगी के इस तंत्र के दो मोहरे पकड़े गये हैं, लेकिन असली सूत्रधार विदेश में छिपा बैठा है। यह गिरफ्तारी यूपी एसटीएफ की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।