नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर से आई तेजी ने चिंता बढ़ा दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को एक प्रेसवार्ता में देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति की जानकारी दी। राजेश भूषण ने बताया कि देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामलों का 60 फीसदी हिस्सा महाराष्ट्र में है।
60% of all active cases are concentrated in Maharashtra: Health Secretary Rajesh Bhushan pic.twitter.com/4gSwKTWaW3
— ANI (@ANI) March 17, 2021
भूषण ने बताया कि पिछले 15 दिनों में 16 राज्यों के 70 जिलों में कोविड-19 के मामले में 150 फीसदी तक बढ़त देखी गई है। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में कोरोना के 400 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। यहां सकारात्मकता दर एक फीसदी से कम है। हालांकि, यह अब 0.6 फीसदी हो गई है जो पहले 0.4 फीसदी थी।
Karnataka's case positivity rate is 1.3%. Our advice to the Karnataka government is to increase the absolute number of tests: Health Ministry
— ANI (@ANI) March 17, 2021
उन्होंने कहा कि नए कोविड-19 मामलों का न्यूनतम बिंदु नौ फरवरी था। आज, कोविड-19 के नए मामलों में सप्ताह दर सप्ताह करीब 43 फीसदी वृद्धि हुई है। कोरोना के चलते होने वाली नई मौतों के मामलों में सप्ताह दर सप्ताह करीब 37 फीसदी बढ़त हुई है। अभी तक वैक्सीन की कुल 3.51 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
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राजेश भूषण ने बताया कि 15 मार्च को पूरी दुनिया में कोविड-19 वैक्सीन की 83.4 लाख खुराकें लगाई गई थीं। इसमें से 36 फीसदी टीकाकरण अकेले भारत में हुआ था। उन्होंने कहा कि भारत में कुल 6.5 फीसदी वैक्सीन की बर्बाद हो रही है। तेलंगाना में वैक्सीन की बर्बादी 17.6 तो आंध्र प्रदेश में यह 11.6 फीसदी दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हमने राज्यों से कहा है कि वैक्सीन की बर्बादी के तेजी से कम करने की जरूरत है। उसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटिंग’ को प्रभावी तरीके से करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि सभी राज्यों से इसका पालन करने का अनुरोध किया गया है, ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि कर्नाटक में कोरोना वायरस सकारात्मकता दर 1.3 फीसदी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार को हमारी सलाह है कि जांच बढ़ाएं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मृत्यु दर अभी भी दो फीसदी से कम बनी हुई है, जबकि कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संक्रमण के प्रसार में तेजी आई है।
भूषण ने पंजाब में कोरोना की स्थिति को लेकर कहा कि यहां सकारात्मकता दर इस समय 6.8 फीसदी है, जो कि चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि यहां कोविड-19 के मुताबिक व्यवहार का पालन नहीं किया जा रहा है और कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए बनाए गए नियम भी नहीं माने जा रहे हैं।