लखनऊ। यूपी की बिजली (Power) कंपनी एमपीबीएल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (Electricity Company MPBL Energy Private Limited) को उत्तराखंड के तीनों ऊर्जा निगमों (UPCL, Pitkul, UJVNL ) ने ब्लैकलिस्ट कर दिया है। यह कंपनी यूपी में दो बार काली सूची में डाली जा चुकी है, जो उत्तराखंड में बिजली संबंधी टेंडरों में तथ्य छिपाकर हिस्सा ले रही थी। शासन ने इसकी जांच कराने के बाद कार्रवाई का पत्र निगमों को भेजा था।
यूपी की एसपीबीएल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (Electricity Company MPBL Energy Private Limited) के निदेशकों पर यूपी में धोखाधड़ी का मामला चल रहा है। उन पर दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (Dakshinanchal Vidyut Vitran Nigam Limited) में 11 करोड़ 55 लाख की फर्जी बैंक गारंटी जमा कराने का आरोप था। मामले में दक्षिणांचल विद्युत निगम (Dakshinanchal Vidyut Nigam) ने कंपनी को 18 नवंबर 2022 को तीन साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया था। इस कंपनी (पुराना नाम- एसपी ब्राइट लाइट प्राइवेट लिमिटेड) को यूपी जल निगम (UP Jal Nigam) ने सात जनवरी 2017 को सात साल के लिए ब्लैक लिस्ट किया था।
कंपनी ने यूपी सहित कई राज्यों में टेंडर डालने के प्रयास किए लेकिन असफल रही। अब कंपनी ने उत्तराखंड (Uttarakhand) का रुख किया था। कानपुर निवासी राजीव तलरेजा की शिकायत पर शासन ने तीनों निगमों को कार्रवाई का पत्र भेजा था। शासन के संज्ञान में आया है कि उत्तराखंड (Uttarakhand) में इस कंपनी ने कई टेंडरों में हिस्सा लिया है।
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लिहाजा, यूपीसीएल, पिटकुल व यूजेवीएनएल (UPCL, Pitkul, UJVNL ) ने इस कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। यह भी देखा जा रहा है कि कंपनी ने तथ्य छिपाकर कोई टेंडर ले तो नहीं लिया। इस संबंध में निगमों ने अपने मुख्य अभियंताओं से लेकर अधिशासी अभियंताओं तक अलर्ट जारी कर दिया है।