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अमेरिका ने दागा था काबुल एयरपोर्ट के पास राकेट, ISIS-K आतंकी थे निशाना

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एयरपोर्ट के पास रविवार को रॉकेट से हमला किया गया। एयरपोर्ट के पास स्थित रिहाइशी इलाके गुलाई में एक घर में रॉकेट जाकर गिरा।

इस हमले में एक मासूम की मौत हो गई, जबकि तीन लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, कुछ देर बाद अमेरिका ने बताया है कि यह हमला उसने किया, जिसमें आईएसआईएस-के के आतंकियों को रॉकेट से निशाना बनाया गया।

तीन दिन पहले ही सिलसिलेवार धमाकों से राजधानी काबुल दहल गई थी। काबुल एयरपोर्ट के पास गुरुवार को एक के बाद एक कई धमाके हुए थे, जिसमें 169 अफगानिस्तान नागरिकों और 13 अमेरिकी सैनिकों की जान चली गई थी।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी और धमाके की आशंका जताई थी। अमेरिका ने अपने नागरिकों से काबुल एयरपोर्ट से दूरी बनाए रखने की अपील की थी। एयरपोर्ट के पास हुए हमले के बाद अफरा-तफरी मच गई है। लोग एक-दूसरी जगह भागते हुए दिखाई दिए. हमले में भारी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि यह रॉकेट रिहाइशी इलाके में गिरा है।

काबुल एयरपोर्ट के पास रॉकेट से हमला, मासूम समेत दो की मौत

अमेरिका के दो अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि अमेरिका ने काबुल में मिलिट्री स्ट्राइक की है। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर अधिकारी ने कहा, ”रॉकेट से यह हमला संदिग्ध आईएसआईएस-के के आतंकियों को निशाना बनाकर किया गया है।” उन्होंने यह भी बताया कि वे अभी शुरुआती जानकारी दे रहे हैं, इसमें बदलाव भी हो सकता है।

अफगानिस्तान पुलिस के प्रमुख ने हमले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिकी निकासी के बीच काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उत्तर-पश्चिम में रॉकेट गिरा, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई।

रॉकेट के हमले के बाद आसपास के घरों में लोग खड़े हुए दिखाई दिए। गली में भी लोग भागते हुए नजर आए। वहीं, लोगों द्वारा पानी की मदद से उठते धुएं को बुझाने की भी कोशिश की जा रही है।

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने चेतावनी दी थी कि गुरुवार को हुआ धमाका आखिरी नहीं है। इसके अलावा भी कई धमाके हो सकते हैं। बीते दिन बाइडन ने कहा था कि काबुल एयरपोर्ट के पास और धमाका हो सकता है। उन्होंने यह भी दावा किया था कि अगले 24 से 36 घंटों के भीतर धमाके को अंजाम दिया जा सकता है।

उधर, गुरुवार को हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस-के ने ली थी। इसके बाद अमेरिका ने धमाकों के जिम्मेदारों को जल्द सजा देने की बात कही थी। ब्लास्ट के 48 घंटों के भीतर ही अमेरिका ने अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक करके बदला ले लिया था। मानवरहित ड्रोन के जरिए से आईएसआईएस-के के ठिकानों पर बमबारी की गई थी।

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