नई दिल्ली| अमेरिकी में कोरोना संकट में मोटी कमाई करने वाले शीर्ष धनकुबेरों पर भारी-भरकम टैक्स लगाने की तैयारी है। सेंस बर्नी सैंडर्स की अगुवाई वाली समिति ने अमेरिका संसद में पेश बिल में सुझाव दिया है कि कोरोना संकट में बढ़ने वाली कमाई पर 60 फीसदी का टैक्स लगाया जाना चाहिए। ऐसा है तो दुनिया से सबसे बड़े अमीर और अमेजन के मुखिया को सबसे तगड़ा झटका लगेगा। उनपर करीब 42 अरब डॉलर का टैक्स बनेगा।
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बेजोस की संपत्ति में मार्च के बाद 70 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। समिति का कहना है कि धनकुबेरों पर टैक्स से मिली राशि का उपयोग कोरोना से लड़ाई में होने वाले खर्च पर किया जा सकता है। समिति ने अपने सुझाव में कहा कि इस साल 18 मार्च से लेकर अगले साल एक जनवरी तक बढ़ने वाली धनकुबेरों की कमाई पर यह टैक्स लगनना चाहिए।
समिति ने एक बार में पूरा टैक्स चुकाने की सिफारिश की है। इसमें कहा गया है कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को करीब 27 अरब डॉलर का टैक्स चुकाना पड़ सकता है। इसी तरह अमेरिका के बड़े धनकुबेर में शामिल वॉल्टन परिवार को 12.9 अरब डॉलर का टैक्स चुकाना पड़ सकता है।
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फेसबुक के संस्थापक मार्क गुकरबर्क पर करीब 22.8 अरब डॉलर का टैक्स लग सकता है। वह पिछले दिनों ही 100 अरब डॉलर के क्लब में शामिल हुए हैं। माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स की संपत्ति में 7.5 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। ऐसे में उनकी कमाई परभी मोटा टैक्स लगेगा।